- नगर निगम ने कराई अतिक्रमण हटाने के बाद हुए कब्जे की वीडियोग्राफी

- अतिक्रमण का वीडियो शेयर किया जाएगा पुलिस से

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : देर से ही सही, लेकिन नगर निगम को दो साल पहले आए शासनादेश की याद आ गई है। अब नगर निगम रोड से अतिक्रमण हटाने के बाद उस एरिया की मॉनिटरिंग करेगा और वीडियोग्राफी कराकर एसएसपी, संबंधित एरिया के एसओ और चौकी इंचार्ज?को देगा। दो साल इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने एक आदेश दिया था कि अगर अतिक्रमण हटाने के बाद दोबारा अतिक्रमण होता है तो उसकी जिम्मेदारी चौकी इंचार्ज या थानाध्यक्ष की होगी। अब नगर निगम उस आदेश पर अमल करने जा रहा है।

पहले नहीं हुई थी कार्रवाई

अतिक्रमण की ढेरों शिकायतों के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 2012 में आदेश दिया था कि प्रदेश के सभी शहरों को अतिक्रमण मुक्त बनाया जाए। प्रदेश के नगर निगमों और नगर पालिकाओं को अतिक्रमण हटाने का कहा गया था। साथ ही यह व्यवस्था भी दी थी कि अगर अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से कब्जा हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेदारी एरिया के चौकी इंचार्ज या एसओ की होगी। आदेश के बाद नगर निगम ने पूरे शहर से अतिक्रमण हटाया था, जिसके बाद हुए कब्जे की जानकारी पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं की गई।

मॉनिटरिंग के दौरान होगी वीडियोग्राफी

नगर निगम की ओर से पांच दिवसीय अभियान चलाकर सिटी के कई प्रमुख एरियाज से अतिक्रमण हटाया था। पांचवे दिन अतिक्रमण निरोधी दस्ता मॉनिटरिंग पर निकला था। अब मॉनिटरिंग के दौरान इन्हीं रूट्स की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। अतिक्रमण दोबारा पाए जाने पर संबंधित रिकॉर्डिग एरिया के एसओ, चौकी इंचार्ज को भेजी जाएगी। अतिक्रमण हटाने का पहला चरण सैटर्डे को समाप्त हो गया। उसके बाद नगर निगम के अफसर दूसरे चरण की तैयारी में जुट गए हैं। संभावना है कि अतिक्रमण हटाने का दूसरा चरण 8 दिसंबर से शुरू होगा। सहायक नगर आयुक्त स्वर्ण सिंह ने बताया कि दूसरा चरण शुरू करने के लिए पुलिस को पत्र लिख दिया गया है। अगले सप्ताह से दूसरा चरण शुरू हो सकता है।

पहले चरण में जो अतिक्रमण हटाया गया है, उसी की मॉनिटरिंग की जा रही है। अब इन रूट्स की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। इस वीडियो को एसएसपी, एसओ और चौकी इंचार्ज को देकर बताया जाएगा कि कहां-कहां फिर अतिक्रमण हो गया है।

राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त