- पहले चरण में शहर के 36 पोखरों का होगा सौंदर्यीकरण

GORAKHPUR:

शहर में गिरते भू-जल स्तर को संभालने और पोखरों पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए नगर निगम योजना बना रहा है। शहर में ग्राउंड वॉटर लेवल को बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। नगर निगम शहर के 36 पोखरों को अतिक्रमण से बचाने के लिए बाउंड्रीवाल करने जा रहा है। इस कार्य को चार चरण में करने की तैयारी चल रही है। पहले चरण में पोखरे के पास एरिया का बोर्ड लगेगा। इस पर नगर निगम द्वारा पोखरे का क्षेत्रफल और पोखरे का इतिहास रहेगा। यह सभी कार्य बोर्ड फंड से ही होगा।

हो चुका है अतिक्रमण

नगर निगम सीमा के अंदर कुल 39 पोखरे हैं, जिनकी नीलामी नगर निगम मत्स्य पालन के लिए करता है। फिलहाल इसमें अधिकांश पोखरे अतिक्रमण की चपेट में आ गए हैं। शहर के कई संगठन पोखरा बचाने के लिए आंदोलन किए हैं। संगठनों के आंदोलन और गर्मी के चलते अचानक शहर में शुरू हुई पानी की किल्लत को लेकर नगर निगम ने भू-जल स्तर को रिचार्ज करने वाले पोखरों के बचाने का निर्माण लिया है।

भविष्य के लिए योजना

नगर निगम का कहा कि भविष्य में कभी शहर में पानी का संकट न हो और आने वाले समय में शहर का भू-जल स्तर रिचार्ज होता रहे, इसके लिए यह योजना बनाई गई है। पोखरे अगर अपने वास्तविक रूप में रहेंगे तो उनमें बारिश का पानी जमा होगा और यह पानी भू-जल स्तर को रिर्चाज करेगा। शहर के पोखरों को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए पहले चरण में पोखरे के सीमा की बाउंड्री कराई जाएगी। बाउंड्री के साथ ही साथ पोखरे के पास एक बोर्ड भी लगाया जाएगा, जिस पर पोखरे का नाम, एरिया और उसकी महत्ता के बारे में लिखा जाएगा। बोर्ड लगाने का कार्य इसी माह में शुरू हो जाएगा।

इन पोखरों का होगा जीर्णोद्वार

नगर निगम शहर के चक्का हुसैन में एक, दिव्यनगर में दो, महुईसुघपुर में एक, चिलमापुर में एक, झुंगिया में दो, सलेमपुर में दो, करीमनगर में तीन, पोखरभिंडी में एक, बशारतपुर में चार, फतेहपुर में दो, हमीदपुर में एक, मानबेला में तीन, पट्टन में एक, रामनगर नया गांव में दो, जंगल नकहा नंबर एक में पांच, महेवा में एक, नौसड़ में दो और रोहिनी नदी के किनारे के तीन पोखरों को इस योजना में शामिल किया गया है।

वर्जन

नगर निगम पोखरों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए यह योजना बनाई गई है। नगर निगम बोर्ड फंड से शहर के पोखरों को सुरक्षित करने का कार्य करेगा।

बीएन सिंह, नगर आयुक्त