- नगर निगम के अलाव प्वाइंट में भीगी लकड़ी गिराने की आ रही कंप्लेन
- पार्षदों ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर की कंप्लेन
GORAKHPUR: नगर निगम के हर काम में कमीशन तय होता है। कमीशन के खेल में ठेकेदार और अफसर जनता के हितों को दरकिनार कर देते हैं। कुछ ऐसा ही खेल नगर निगम में अलाव जलाने के काम आने वाली लकडि़यों में किया जा रहा है। अलाव जलाने के लिए गीली लकडि़यों की सप्लाई की जा रही है। साथ ही एक मोटी रकम का गोलमाल किया जा रहा है। नगर निगम में कुछ इसी तर्ज पर खेल खेला जा रहा है जीएमसी में। सिटी में क्भ्क् जगहों पर नगर निगम अलाव के लिए लकड़ी गिराता है, लेकिन इसमें आधे में अलाव जल ही नहीं पा रही है। अलाव न जलने की कंप्लेन पार्षद भी कर रहे हैं, लेकिन नगर निगम के अफसरों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
ब्8 हजार रुपए हर दिन हो रहा खर्च
सिटी में इस समय क्भ्क् जगहों पर अलावा जलाया जा रहा है। एक अलाव केंद्र पर ब्0 किग्रा लकड़ी गिराने का आदेश है। इस तरह पूरी सिटी में रोज म्0ब्0 किग्रा लकड़ी जलती है। वहीं नगर निगम 800 रुपए प्रति कुंतल के हिसाब से लकड़ी खरीदता है। इस तरह ब्8फ्ख्0 रुपए की लकड़ी रोज जलाई जाती है। अगर गीली लकड़ी की सप्लाई हो रही है तो एक अलाव केंद्र पर कम से कम क्0 किग्रा लकड़ी बचती है। प्रति दिन क्ख्080 रुपए का घपला हो रहा है।
ब्0 प्रतिशत की होगी कटौती
गीली लकड़ी की सूचना पर मौके पर पहुंची मेयर डॉ। सत्या पांडेय ने जांच के लिए आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो भी ठेकेदार गीली लकडि़यों की सप्लाई कर रहा है उसकी पेमेंट में से ब्0 परसेंट की कटौती की जाएगी। निरीक्षण के दौरान मेयर ने पूरे मामले में काफी नाराज दिखी। मेयर का कहना है कि सर्दी में सबसे अधिक परेशानी गरीबों को हो रही है, ऐसे में इन गरीबों का हक जो लोग मार रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मेयर ने नगर आयुक्त को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी है। अगर फिर से गीली लकड़ी की सप्लाई की गई तो फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा।
लगातार लोग कंप्लेन कर रहे थे कि अलाव केंद्र पर गीली लकड़ी भेजी जा रही है। इसके कारण अलाव जल नहीं रहे है। इस कंप्लेन पर हमने जब नगर निगम स्टोर का निरीक्षण किया तो गीली लकड़ी मिली है। ब्0 प्रतिशत कटौती का आदेश दे दिया है।
डॉ। सत्या पांडेय, मेयर
हुदहुद में गिरे हुए पेड़ स्टोर में रखे हुए थे। कर्मचारियों ने उन्हीं लकडि़यों को भेज दिया होगा। कंप्लेन मिलने पर कर्मचारियों को डांटा गया है और निर्देश दिया गया है कि गिली लकड़ी अलग कर दें।
राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त