- पेशे से रिक्शा चालक युवक तीन बच्चों को बेच चुका है डॉक्टर से
- बिकते-बिकते बच गई महक, पब्लिक ने पुलिस को सौंपा
- शनिवार को तिवारीपुर एरिया से किडनैप हुई थी बच्ची
GORAKHPUR: तिवारीपुर थाना क्षेत्र से अगवा छह साल की महक की जान तो पब्लिक ने बचाई ही, उसके किडनैपर को भी पुलिस के हवाले कर दिया। अब उसके जरिए पुलिस को बच्चों की तस्करी के एक बड़े रैकेट के खुलासे की उम्मीद है। पेशे से रिक्शा चालक किडनैपर ने अब तक तीन बच्चों को एक डॉक्टर से 5-5 हजार में बेचे जाने की बात कबूल की है। पुलिस यह जांच करने में लगी है कि गिरफ्तार किडनैपर की तरह और कितने लोग इस काम में लगे हैं। इसके साथ ही वह डॉक्टर इन बच्चों का क्या करता है।
शनिवार सुबह किया अगवा
गोरखनाथ एरिया के हुमायूंपुर उत्तरी जहिदाबाद निवासी मो। इरफान की छह वर्षीय पुत्री महक यूकेजी में पढ़ती है। शनिवार को सुबह उसकी नानी का निधन हो गया और परिवार के सदस्य तिवारीपुर के जफर कॉलोनी चले गए। दोपहर में घर के बाहर महक खेल रही थी। इसी बीच चौरीचौरा के भरतपुर फुटहवा इनार निवासी महेश उर्फ हरेंद्र बच्ची वहां पहुंचा और बच्ची को आइसक्रीम देकर फुसलाने लगा। और चॉकलेट, आइसक्रीम दिलाने के लिए कुछ दूर आगे ले गया और फिर वहां से अपने साथ झंगहा के कोनी सोनबरसा अपने मौसा के घर लेते गया।
थाने में दी किडनैपिंग की सूचना
परिवार के लोग जब शाम तक घर लौटे तो महक को नहीं पाया। इसके बाद उसकी खोजबीन शुरू की। आसपास में पूछताछ के बाद भी जब उसका पता नहीं चला तो तिवारीपुर थाने को सूचना दी। परिजनों की सूचना पर पुलिस ने महक की गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश में लग गई।
नहीं पहुंची पुलिस
रविवार की सुबह झंगहा के सोनबरसा कोनी गांव में बच्ची को रोता देख गांव के लोगों को शक हुआ। बच्ची गांव की नहीं थी, यह बात सभी को पता थी। किसी ने शहर में अपने परिचित को इसकी सूचना दी तो वह मौके पर पहुंच गए और इसकी जानकारी 100 नंबर पर पुलिस को दी। लेकिन सूचना के एक घंटे बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। गांव वालों ने खुद ही बच्ची के साथ उसके किडनैपर को पकड़ लिया और बरही चौकी पुलिस को सौंप दिया।
फोटो हुई वायरल तो पुलिस ने जाना
इधर, महक की खोज में लगे उसके घर, नाते-रिश्तेदार के लोग उसकी फोटो को सोशल मीडिया के जरिए हर तरफ भेज रहे थे। व्हाट्सएप पर फोटो वायरल हो गई। झंगहा में बच्ची के मिलने की फोटो पर व्हाट्सअप के जरिए इधर-उधर प्रसारित होने लगी। तिवारीपुर पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो एसएचओ राजेंद्र सिंह, महिला कांस्टेबल शबनम आदि पुलिस वाले मौके पर पहुंच गए। बच्ची और किडनैपर को अपने साथ थाने ले गए।
मिल गया न्यू ईयर गिफ्ट
महक के मिलने की सूचना पर पिता मो। इरफान तिवारीपुर थाने पहुंचे। बिटिया की खोज में घर वालों का बुरा हाल था। उन्हें ऐसा लगा जैसे खुदा ने महक को दुबारा लौटाकर उन्हें न्यू ईयर का गिफ्ट दिया है। महक भी पिता को देखकर खिल उठी। पुलिस ने बच्ची को पिता को सुपुर्द कर दिया। घर वालों ने पुलिस के साथ ही बच्ची को बरामद कराने वाली पब्लिक को शुक्रिया कहा।
बॉक्स
तीन को बेच चुका है डॉक्टर से
पुलिस की पूछताछ में महेंद्र ने बताया कि वह शहर में पहले रिक्शा चलाता था। उसकी मुलाकात चौरीचौरा के एक झोलाछाप डॉक्टर से हुई। वह अगवा बच्चों को डॉक्टर से 5 हजार रुपए में बेच देता है। अब तक वह तीन बच्चों को डॉक्टर से बेच चुका है। हालांकि वह यह नहीं बताया पाया कि डॉक्टर बच्चों का करता क्या है। वहीं यह भी नहीं बता पाया कि उसके जैसे और कितने लोग इस काम में लगे हुए है। पुलिस को उम्मीद है कि उससे पूछताछ के बाद बड़े रैकेट के खुलासे में उसे कामयाबी मिलेगी।
वर्जन
अगवा बच्ची को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। बच्चों को बेचने वाला बड़ा रैकेट के सक्रिय होने की आशंका है। जांच चल रही है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।
- रविंद्रकुमार पांडेय, इंस्पेक्टर, तिवारीपुर