- अब गीडा के 37 प्रतिशत एरिया में ही बनेंगे आवास

- गीडा का 63 प्रतिशत एरिया होगा इंडस्ट्री के आरक्षित

- गीडा के नए मास्टर प्लान से लागू होगा यह नियम

GORAKHPUR: गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी ने जिले के औद्योगीकरण को और बढ़ाने का फैसला किया है। गीडा के मास्टर प्लान 2012-32 को देखकर तो यही लगता है। गीडा के नए मास्टर प्लान में आवासीय एरिया वाले हिस्से से आठ प्रतिशत कम किया गया है, जबकि जबकि मनोरंजन और एजुकेशनल फील्ड का बढ़ावा देने के लिए अलग से सेक्टर का निर्माण किया है। इस मास्टर प्लान को गीडा बोर्ड ने अपनी स्वीकृति दे दी है। जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों ने भी गीडा के नए मास्टर प्लान को स्वीकृति दे दी है। जल्द ही यह नया मास्टर प्लान लागू कर दिया जाएगा।

कम होगा आवासीय एरिया

रिकार्ड के अनुसार गीडा के पास लगभग 2000 हजार एकड़ जमीन है। पिछले मास्टर प्लान के तहत गीडा में आवासीय एरिया के लिए 44 प्रतिशत हिस्सा निश्चित किया गया था, लेकिन नए मास्टर प्लान में यह एरिया घटाकर 37 प्रतिशत कर दिया गया है। गीडा की रिकार्ड को देखें तो इसमें लगभग 12 प्रतिशत आवासीय हिस्से पर निर्माण हो चुके है। गीडा के एक कर्मचारी ने बताया कि 37 प्रतिशत हिस्सा जो आवासीय एरिया के लिए छोड़ा गया है, उसमें औद्योगिक एरिया की आवासीय योजनाओं को भी शामिल किया गया है।

बनेंगे स्पेशल सेक्टर्स

गीडा ने अपने नए मास्टर प्लान में आवासीय एरिया को कम किया है तो मनोरंजन और एजुकेशन एरिया को बढ़ाया है। मनोरंजन के लिए पहली बार मास्टर प्लान में 6 प्रतिशत एरिया और एजुकेशनल हब के लिए दो सेक्टर आरक्षित किए गए हैं। गीडा के संपत्ति अधिकारी एके सिंह का कहना है कि मास्टर प्लान में दो प्रमुख बातों को ध्यान में रखा गया है। एक इंडस्ट्रियल और दूसरा व्यापार केंद्रित। इस बार के मास्टर प्लान में पांच नए सेक्टर बढ़ाए गए हैं। गीडा उप प्रबंधक नियोजन शार्दुल विक्रम तिवारी का कहना है कि आवासीय योजना को कम किया गया है, लेकिन इंडस्ट्रियल एरिया के लिए जगह बढ़ाई गई है। पिछले मास्टर प्लान में गीडा के कुल 23 सेक्टर थे, लेकिन इस बार लगभग 28 सेक्टर हो गए हैं। इस बार कोशिश यह की जा रही है कि प्रत्येक सेक्टर में एक आवासीय योजना बनाई जाए।

गीडा एक औद्योगिक एरिया है, इसलिए इस मास्टर प्लान में इंडस्ट्री को अधिक लाभ दिया गया है। नए मास्टर प्लान में आवासीय एरिया को कम किया गया है। वहीं मनोरंजन, इंडस्ट्रियल और एजुकेशनल फील्ड को अधिक बढ़ाया गया है।

शार्दुल विक्रम, उपप्रबंधक, गीडा