- पर्ची बांटकर गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन कर रहा जागरुक

- सेंट जेवियर्स इंटरनेशल स्कूल की घटना पर लिया संज्ञान

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : स्कूल हो कोचिंग बच्चे का एडमिशन कराने से पहले हर जानकारी कर लें। मान्यता प्राप्त स्कूलों में ही बच्चों का दाखिला कराएं। कुछ इस तरह की सावधानी बरतने की सलाह पीली पर्ची बांटकर गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन की तरफ से दी जा रही है। एसोसिएशन गार्जियन को आगाह कर रहा है कि अगर वह आंख मूंद के एडमिशन कराते हैं, तो न सिर्फ उनके बच्चे का साल बर्बाद होगा, बल्कि उन्हें फ्यूचर में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आईनेक्स्ट ने भगत चौराहा स्थित सेंट जेवियर्स इंटरनेशनल स्कूल में फर्जीवाड़े का खुलासा किया था, जिसके बाद स्कूल एसोसिएशन ने यह कदम उठाया।

करोड़ों रुपए लेकर फरार हुआ स्कूल संचालक

भगत चौराहा, कैलाशपुरी कॉलोनी में सेंट जेवियर्स इंटरनेशनल स्कूल खोलकर संचालक ने फर्जीवाड़ा किया। जुलाई मंथ के अंत में अचानक स्कूल बंद करके वह फरार हो गया। स्कूल में बच्चों का एडमिशन कराने वाले गार्जियन ने संचालक राम प्रकाश चौधरी और उसके भाई जय प्रकाश चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी सहित कई धाराओं में केस दर्ज कराया। इस मामले को अभियान चलाकर आईनेक्स्ट ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। आईनेक्स्ट में खबर छपने के बाद सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों में गार्जियन की पूछताछ बढ़ गई। इस प्रकरण को गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन ने गंभीरता से लिया। गार्जियन को जागरूक करने के लिए उन्होंने अवेयरनेस प्रोग्राम का तरीका अपनाया।

कोचिंग हो या स्कूल, ठोंक बजाकर कराए एडमिशन

एसोसिएशन की तरफ से बांटी जा रही पर्ची में गार्जियन को आगाह किया जा रहा है। स्कूल या कोचिंग में एडमिशन के पहले सुझाव दिए जा रहे हैं। एसोसिएशन आगाह कर रहा है कि विद्यालय में बच्चे का प्रवेश कराने से पहले यह कंफर्म कर लें कि प्रदेश बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई से मान्यता प्राप्त है या नहीं। बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय में प्रवेश कराने पर इनकम टैक्स में छूट नहीं मिलेगी।

सीबीएसई पैटर्न लिखा तो नहीं है मान्यता

यदि किसी स्कूल ने सीबीएसई पैटर्न लिखा है तो वह स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने भी ऐसा लिखने से मना किया है। इसके साथ पीली पर्ची में यह भी बताया गया है कि स्कूलिंग के साथ-साथ कोचिंग की व्यवस्था देने वाले सेंटर मुश्किल में पड़ सकते हैं। सीबीएसई बोर्ड ऐसे सेंटर्स की जांच करके मान्यता रद कर सकता है। ऐसे स्कूलों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है, जो बिना मान्यता वाले स्कूलों के बच्चों का फार्म भरवाते हैं।

बिना मान्यता या फिर किसी तरह की गड़बड़ी सामने आने से सभी स्कूलों की किरकिरी होती है। ऐसे में जरूरी है कि गार्जियन अपने बच्चों का एडमिशन कराने के पहले पूरी जांच पड़ताल कर लें।

सलिल श्रीवास्तव, स्कूल संचालक