- अब थाने पहुंचा गीता प्रेस कर्मचारियों का मामला
- ट्रस्टी पर लगाया मारपीट कराने का आरोप
GORAKHPUR : गीता प्रेस का मामला दिन प्रतिदिन उलझता जा रहा है। विभिन्न मांगों को लेकर ट्रस्टी और कर्मचारियों के बीच चल रहे विवाद ने फ्राइडे को नया मोड़ ले लिया। जब एक कर्मचारी ने ट्रस्टी पर मारपीट का आरोप लगाया। उसने कहा कि वह रोज की तरह सुबह सफाई करा रहा था। तभी अचानक कुछ लोग आए गाली देने के साथ मारपीट करने लगे। वे जबरन उसका अपहरण करना चाहते थे। इन सबके पीछे ट्रस्टी का हाथ है। इस पूरे घटनाक्रम से नाराज कर्मचारियों ने मामले की कार्रवाई के लिए राजघाट थाने का घेराव किया। जानकारी मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और जांच कराने का आश्वासन दिया।
जान से मारना चाहते थे
गीता प्रेस में पिछले काफी समय से विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारियों और ट्रस्टी के बीच विवाद चल रहा है। मामला जिलाधिकारी से लेकर लेबर कमिश्नर तक पहुंच चुका है। कई बार हड़ताल तो कई बार धरना प्रदर्शन भी हुआ है, मगर अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। फ्राइडे मॉर्निग साढ़े म् बजे सफाई कर्मचारी रोज की तरह सफाई कर रहे थे। उनकी निगरानी के लिए हमेशा की तरह सुपरवाइजर सियाराम शुक्ला मौजूद थे। सियाराम ने बताया कि तभी चार-पांच लोग आए और काम बंद करने के साथ धमकी देने लगे। सियाराम ने विरोध किया तो वे लोग गालीगलौज के साथ बोलने लगे कि ट्रस्टी ने काम करने से मना किया है। इसके बाद वे लोग मारपीट पर आमादा हो गए। उन लोगों ने सियाराम को जमकर पीटा और जबरन गाड़ी में बैठाने के लिए खींचने लगे। किसी तरह सियाराम जान बचा कर भागा और थोड़ी दूर मौजूद कर्मचारी प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह से मिला और पूरे मामले की जानकारी दी। कुछ ही देर में घटना की जानकारी सभी कर्मचारियों तक फैल गई और वे इक्ट्ठा हो गए। एकत्र कर्मचारी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए राजघाट थाने पहुंचे और घेराव किया। सियाराम शुक्ला ने मामले की तहरीर पुलिस को दी है।