- बैंक की लाइन और जीडीए के चालान खोजने से पब्लिक को मिलेगी निजात

- कानपुर और लखनऊ के बाद गोरखपुर में शुरू होगी आइ लाइन सर्विस

- डेली कम से कम 1 से 2 हजार लोगों को बैंक के चक्कर लगाने मिल जाएगी मुक्ति

GORAKHPUR: गोरखपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी अब नए जमाने के साथ कदम ताल करने की तैयारी में है। कानपुर और लखनऊ के बाद गोरखपुर में भी हाईटेक व्यवस्था होगी। इसका फायदा यह होगा कि पब्लिक को जहां बैंक के चक्कर लगाने से आजादी मिलेगी, वहीं उन्हें जीडीए आफिस के भी चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इस नई व्यवस्था के तहत जीडीए अब अपने सभी पेमेंट ऑनलाइन मोड में लेने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए बैंक को जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है। उम्मीद है कि अगले माह जीडीए ऑन लाइन पेमेंट गेटवे लांच कर देगा, जिससे डेली करीब 2 हजार लोगों को लाभ मिल जाएगा।

पब्लिक को मिलेगी राहत

जीडीए के एकाउंट विभाग के विनोद श्रीवास्तव की मानें तो अभी तक चालान सिस्टम लागू है। इसके लिए गोरखपुराइट्स को चालान या किश्त जमा करने के लिए पब्लिक को बैंक में लंबी-लंबी लाइन में खड़े होना पड़ता था। ऑन लाइन पेमेंट गेटवे चालू हो जाने से उन्हें घंटो लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। इस पेमेंट गेटवे पर जीडीए का लिंक दिया जाएगा, जिसको खोलकर पब्लिक अपने अकाउंट की सारी डीटेल हासिल कर सकेगा। इसमें किश्त की अंतिम डेट, अब तक जमा की गई रकम, टाइमली किश्त जमा नहीं कर रहा है तो कितना ब्याज जमा करना है। यह सारी जानकारी उस लिंक पर अवेलबल होगी।

फ्लैट की राह भी हो जाएगी आसान

जीडीए पिछले एक साल में 1 हजार के लगभग फ्लैट और प्लॉट आवंटित करने का काम किया है। इन आवंटियों को अपने किश्त जमा करने के लिए बैंक में लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। जीडीए अपने जितने भी फ्लैट और प्लॉट बेच रहा है, उसका पेमेंट सिर्फ आंध्रा बैंक से किया है। शहर में आंध्रा बैंक की सिर्फ दो ब्रांच है, जिसकी वजह से पब्लिक को किश्त जमा करने के लिए इन्हीं दोनों ब्रांच में जाना पड़ता है। कई बार तो ऐसी स्थिति आ जाती थी कि आवंटित लाइन में लगे हुए हैं, लेकिन जैसे ही उनका समय आता है बैंक में जीडीए का चालान ही समाप्त हो जाता है। इसकी वजह से एक लाइन से दूसरी लाइन का रुख करना पड़ता है।

बैंक अपने खर्च पर बनाएगा सिस्टम

विनोद श्रीवास्तव ने बताया कि कानपुर में पेमेंट गेटवे काम कर रहा है। इसी माह लखनऊ के एलडीए के वीसी भी पेमेंट गेटवे का इनॉगरेशन करने वाले हैं। इन दोनों शहर में सिस्टम की सफलता को देखते हुए गोरखपुर प्राधिकरण इस सिस्टम को लागू करने जा रहा है। इसके लिए रिनाउंड प्राइवेट बैंक लगभग 2.50 लाख की लागत से एक सिस्टम तैयार कर रहा है। इस सिस्टम को चालू करने में आने वाला पूरा खर्च बैंक ही वहन करेगा।

एक बैंक से बात की चल रही है। वह बैंक ऑन लाइन पेमेंट गेटवे सिस्टम तैयार कर रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर वसुंधरा फेज-2 में इसको लांच करने की तैयारी की जा रही है। अगस्त लास्ट तक सिस्टम तैयार हो जाएगा। इस सिस्टम के तैयार हो जाने से पब्लिक को बैंक की लाइन से मुक्ति मिल जाएगी।

- शिव श्याम मिश्र, वीसी, जीडीए