- रोड चौड़ीकरण के नाम पर मोहद्दीपुर में काटे गए 5 से अधिक हरे पेड़

- वन विभाग से परमिशन लिए बिना काट दिए गए पेड़

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : रोड चौड़ी करने के लिए जीडीए ने हरे-भरे पेड़ों की बलि चढ़ा दी। मोहद्दीपुर चौराहे से कूड़ाघाट तिराहे तक चल रहे रोड चौड़ीकरण के कार्य में बिना वन विभाग की परमिशन लिए ही 5 हरे पेड़ काट दिए गए। गौरतलब है कि रोड चौड़ीकरण का कार्य जीडीए की ओर से कराया जा रहा है। मामले की जानकारी जब डिस्ट्रिक्ट फारेस्ट ऑफिसर को दी गई तो उन्होंने जांच की बात कही है।

रातोंरात काट दिए गए पेड़

रोड चौड़ीकरण में लगे एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पेड़ रास्ते में आ रहे थे। जब ये बात ठेकेदार को बताई गई तो उन्होंने अन्य जगहों पर खोदाई जारी रखने को कहा। तीसरे दिन अचानक ठेकेदार आए और पेड़ काटने को कहा। उसी रात दो पेड़ काट दिए गए। मोहद्दीपुर पुलिस चौकी से लेकर आरकेबीके तक छोटे-बड़े मिलाकर कुछ पांच पेड़ काटे गए हैं।

यह है नियम

वन विभाग के डीएफओ का कहना है कि किसी भी हरे पेड़ को काटने से पहले वन विभाग से लिखित परमिशन लेना पड़ता है। संबंधित व्यक्ति या विभाग को पेड़ काटने के वाजिब कारण गिनाने पड़ते हैं। अगर कोई एक पेड़ काटता है तो उसकी जगह कोई दूसरा पेड़ लगाना होगा। अगर बिना परमिशन कोई पेड़ काटता है तो उस पर वन विभाग की ओर से 5 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाता है। मामले में दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।

6 करोड़ रुपए में होना था चौड़ीकरण का काम

मोहद्दीपुर रोड शहर को देवरिया और बिहार से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है। इस रोड से डेली कम से कम 50 हजार अधिक पब्लिक आती-जाती है, जिसके कारण रोड पर अक्सर जाम लग जाता है। कई बार तो एसएसपी को भी जाम हटाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ जाता है। इसी जाम से निजात दिलाने के लिए एक साल पहले योजना बनी और एक माह पहले रोड 6 करोड़ रुपए की लागत से रोड चौड़ीकरण का काम शुरू कर दी। अभी रोड की पहली लेयर बिछाई जा रही है।

जीडीए ने पेड़ काटे हैं, ऐसी कोई जानकारी नहीं है। जीडीए ने अभी तक पेड़ काटने के लिए कोई परमिशन नहीं ली है। अगर वह पेड़ कटा होगा तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। जनार्दन शर्मा, डीएफओ

वन विभाग की ओर से कंप्लेन मिलने के बाद पत्र लिखकर पेड़ काटने की परमिशन मांगी गई है। कुछ पेड़ कटे हैं, वह शायद सूखे हुए पेड़ थे।

एसपी यादव, जेई, जीडीए