गोरखपुर (ब्यूरो)।इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण की रैकिंग में गोरखपुर को पिछले सालों की तुलना में काफी अच्छी रैंकिंग हासिल होगी। स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अफसर डॉ। मणिभूषण त्रिपाठी ने बताया कि शहर को गारबेज फ्री सिटी घोषित करते हुए रेटिंग के लिए अप्लाई किया गया था। थ्री स्टार मिलने से इसकी पुष्टि भी हुई है। आगे और बेहतर किया जाएगा।

इन बिंदुओं पर टीम ने की थी जांच

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, सेग्रिगेशन, गीला सूखा कचरा प्रबंधन, वाटर बॉडी, घाटों की साफ सफाई, शौचालयों की सफाई, हरा नीला डस्टबिन का उपयोग, प्लास्टिक पर बैन कितना कारगर, जियो मैपिंग, शहर का सौँदर्यीकरण, ऑन साइट कम्पोस्टिंग, सीएंडडी वेस्ट मैटेरियल, स्वीपिंग लिटर बिन व सेकेंडरी स्टोरेज बिन्स, बल्क वेस्ट जेनेरेटर द्वारा प्रोसेसिंग आदि।

7 स्टार में सूरत ने बाजी मारी, इंदौर पिछड़ा

2023 के गारबेज फ्री सिटी की रेटिंग में इस बार सूरत ने बाजी मारी है। पिछले साल इंदौर को यह खिताब हासिल हुआ था। यही नहीं नवीं मुम्बई ने भी 7 स्टार रेटिंग हासिल की है। जबकि नई दिल्ली को 5 रेटिंग से संतोष करना पड़ा है। नई दिल्ली ने 7 स्टार रेटिंग के लिए दावा किया था।

सात साल से अप्लाई, इस बार उपलब्धि

नगर निगम सात साल से गारबेज फ्री सिटी में रेटिंग का दावा कर रहा था। हालांकि उसे कोई रेटिंग हासिल नहीं हो रही थी। नगर आयुक्त डॉ। गौरव सिंह सोगरवाल ने बताय, नियमित कचरा कलेक्शन शहर में कहीं भी गंदगी देखने को नहीं मिलती।

हर वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन

80 वार्डों वाले नगर निगम में हर वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था सुदृढ़ की गई है। कहीं कोई कमी न रहे। इसके लिए नगर आयुक्त डॉ। गौरव सिंह सोगरवाल ने गाडिय़ों, ठेले, साइकिलोंं की खरीदारी सुनिश्चित की। इसके साथ ही लोगों से लगातार अपील और थोड़ी बहुत सख्ती की, जिसका नतीजा रहा कि घरों का कूड़ा सड़कों पर दिखना बंद हो गया।

कूड़ा मैनेजमेंट के लिए डीडीयूजी से एमओयू

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत कूड़ा प्रबंधन को लेकर नगर निगम और गोरखपुर यूनिवर्सिटी बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ। इस दौरान निगम प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को तीन स्वच्छता वाहन और एक ट्रैक्टर ट्राली भी उपलब्ध कराई। वाहन यूनिविर्सिटी की कालोनियों, हॉस्टल, आदि से कूड़ा एकत्रित कर रहा है। यही नहीं यूनिवर्सिटी परिसर के सभी विभागों से कूड़ा एकत्र कर निस्तारण कर रहा है।

चारकोल प्लांट से कूड़े से निजात

देश में दूसरा चारकोल प्लांट गीडा में स्थापित किया जा रहा है। कूड़े से चारकोल बनाने के प्लांट के लिए एनटीपीसी और नगर निगम के बीच एमओयू हो चुका है। सीएम इसका लोकार्पण कर चुके हैं। उम्मीद है कि इस साल यह बनकर तैयार भी हो जाएगा। इससे कूड़े से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी। शहर का सारा कूड़ा प्लांट में चला जाएगा।

क्या है गारबेज फ्री सिटी

गारबेज फ्री सिटी का अर्थ है कूड़ामुक्त शहर। पिछले कई सालों से नगर निगम इसके लिए कवायद कर रहा है। जब सफलता हासिल हुई तो रेटिंग के लिए अप्लाई किया गया। थ्री स्टार रेटिंग मिली तो नगर निगम के अफसर और कर्मचारी काफी खुश हैं।

किस शहर की क्या रेटिंग

लखनऊ 3 स्टार

कानपुर 3 स्टार

गोरखपुर 3 स्टार

वाराणसी 3 स्टार

मेरठ 1 स्टार

आगरा 1 स्टार

बरेली 1 स्टार

पटना 1 स्टार

प्रयागराज 1 स्टार

नगर निगम को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। इसके लिए नगर निगम के प्रत्येक अफसर और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। आगे अभी स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी होनी है। अब काफी उम्मीद है कि हमें शीर्ष स्थान हासिल होगा।

डॉ। गौरव सिंह सोगरवाल, नगर आयुक्त