गोरखपुर (ब्यूरो).बुरे काम से मिथुन को हर जगह दुश्वारियां मिलीं, लेकिन उसने जब अच्छा काम किया तब उसे लोगों का प्यार और प्रोत्साहन भी मिला। जिसे देखकर अन्य बंदी भी बुरे काम से तौबा कर अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। इस बार दिवाली में भी जेल की रौनक बढ़ाने में गैंगेस्टर मिथुन का हुनर दिखा।
गैंगेस्टर की रंगोली से सजी जेल
इस बार दिवाली में जेल में जगह-जगह गैंगेस्टर मिथुन की बनाई रंगोली सजाई गई हैं। इसके लिए जो भी सामान की आवश्यकता है, उसे जेल अधीक्षक ने मुहैया कराया। जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल की हर बैरक को सजाने के लिए 2500 दीये मंगाए गए थे। हर बैरक में बंदी पूजा पाठ कर सकें, इसका भी अरेंजमेंट किया गया था। इसके अलावा झालरें भी जेल की दीवारों पर सजाई गई हैं।
विपिन रावत की बनाई पोट्रेट
गैंगेस्टर ने हैलीकॉप्टर क्रैश में शहीद होने वाले देश के सीडीएस जनरल विपिन रावत की हुबहू प्रोट्रेट बनाई है। इसी तरह सीएम समेत अन्य बड़ी हस्तियों की पोट्रेट बनाई है, जिसे जेल में सजाया गया है।
हर पेटिंग देती है संदेश
गैंगेस्टर ने जेल कैंपस की दीवारों पर जो पेटिंग उकेरी है, उसकी तस्वीरें कुछ संदेश देती हैं। जेल की दीवारों पर गैंगेस्टर ने गोरखनाथ मठ, काशी का विश्वनाथ मंदिर, महाभारत में अर्जुन का रथ चलाते हुए कृष्ण की तस्वीर उकेरी है। ये तस्वीरें मन में पवित्रता का भाव भरती हैं।
डबल मर्डर में बंद है मिथुन
जनवरी में झंगहा में डबल मर्डर हुआ था। जिसमे मिथुन अभियुक्त बना था। इस घटना के बाद पुलिस ने 29 जनवरी को उसे हिरासत में लेकर जेल भेजा था।
फिल्म दृश्यम देख पढ़ी कानून की किताब
सबसे पहले मिथुन पर रेप का मामला दर्ज हुआ था, जिसमे इसने जेल काटी थी। जेल से छूटने के बाद फिल्म दृश्यम स्टाइल में बाजार से उसने कानून से जुड़ी किताबें खरीदीं। किस मामले में कितनी सजा होती है, साक्ष्य के लिए क्या जरूरी होता है। ये सारी जानकारी लेकर वो अपराध करता है, ताकि उसे आसानी से बेल मिल सके।
पुलिस पर कर दिया था हमला
मिथुन पर हत्या, लूट, हत्या का प्रयास, रेप समेत केस हैं। मिथुन अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर भी हमला कर चुका है। मिथुन के हमले से बचने के लिए झंगहा थाने की पुलिस को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी थी।
जेल में बंद विचाराधीन बंदी मिथुन कैंपस में कई पेटिंग बना चुका है। इससे जेल के अन्य बंदी भी अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं। हम लोग का पूरा प्रयास होता है कि जेल के बंदी अच्छा व्यवहार और नेक कार्य करना सीखें।
- ओमप्रकाश कटियार, जेल अधीक्षक