गोरखपुर (ब्यूरो)।शुक्रवार को थाना एम्स के झरना टोला निवासी दयाशंकर पांडेय पुत्र रमाकांत पांडेय ने जमीन के बदले 21 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है। दयाशंकर पांडेय ने एसएसपी को दिए तहरीर में बताया की वर्ष 2019 में उन्हे एक जमीन की आवश्यकता थी इसी बीच उनके मुलाकात बहरामपुर, अहिरवाती टोला के कमलेश यादव और उसके साथी कुसम्ही निवासी दीनानाथ से हुई। दोनों ने मिल कर उनको भैसहा फोर लेन के बगल में एक जमीन दिखाई और बताया की ये जमीन उन दोनों के हक व हिस्से में है। जमीन पसंद आने पर 21 लाख रुपए कीमत तय हुई।

खाते में भेजा पैसा

दयाशंकर ने चेक और आरटीजीएस के जरिए कमलेश और दीनानाथ के खाते में भेज दिया, जिसकी स्टैंप पेपर पर रकम प्राप्ति की बतौर रसीद भी दिया। लेकिन जब बैनामा करने को कहा गया तो हीला-हवाली करने लगे। पीडि़त ने इसकी सूचना पुलिस को दी तब आरोपियों ने स्वीकार किया की पैसे खर्च हो गए हैं और पैसे लौटाने की बात कह कर कमलेश ने 10 लाख 50 हजार का चेक और दीनानाथ ने 2.5 लाख और 4-4 लाख के चेक दिए। लेकिन जब चेक को बैंक में प्रस्तुत किया तो कमलेश ने चेक का स्टॉप पेमेंट करवा दिया था। वहीं दीनानाथ के खाते में पर्याप्त धनराशि न होने के कारण चेक आनादरित हो गया।

सीलिंग की निकली जमीन

दयाशंकर ने फिर मामले की सूचना पुलिस को दी और दवम्बव बनाने पर आरोपियों ने मिलकर मौजा बहरामपुर तहसील चौरीचौरा में गाटा संख्या 490 में 0.44 हेक्टेयर जमीन बैनामा कर दिया, आश्वासन दिया की इसके बदले दूसरी जमीन दे देंगे। बाद में पता चला की जमीन सीलिंग की है। जुलाई 2023 में दयाशंकर जब इस विषय में बात करने कमलेश के कार्यालय पहुंचे तो उन्हें मां बहन की गाली देते हुए बोला की तुमको परिवार सहित उसी जमीन में दफना देंगे और ये भी कहा की उसपर दर्जनों मामले दर्ज हैं। उसका कोई कुछ नहीं बिगड़ पाएगा। दयाशंकर ने आरोप लगाया की आरोपी जेल से उसे धमकी दिलवा रहा है।

ध्वस्त हो सकता है कमलेश का कॉलेज

पुलिस व प्रशासन अब कमलेश यादव का कालेज भी ध्वस्त कराने में जुटी है। यह कॉलेज भी कुसम्ही में तुर्रा नाले के किनारे सीलिंग की जमीन पर बनी है। पुलिस इसके लिए पत्राचार भी करेगी। वह जल्द ही उपसपर गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।