- मुम्बई, लखनऊ और गोरखपुर की टीम ने संयुक्त रूप से की छापेमारी
- फारेन करेंसी के साथ बड़ी मात्रा में गांजा बरामद, बड़े खुलासे के आसार
GORAKHPUR/GAGHA:
गगहा एरिया के कहला में गुरुवार को पुलिस टीम ने छापेमारी कर कथित गैंगेस्टर धर्मेन्द्र उर्फ सोनू को उसके घर से गिरफ्तार किया है। उसके घर से बड़ी मात्रा में गांजा और विदेशी मुद्रा भी मिली है। सोनू के कई बड़े मामले और तस्करी में शामिल होने के सुराग मिलने पर एनआईए मुंबई, एटीएफ लखनऊ और गोरखपुर क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की है। पुलिस सूत्रों की माने तो सोनू एके-47 की एक डील में प्रमुख भूमिका निभा चुका है। साथ ही वह नेपाल के रास्ते हथियार, नकली नोट और ड्रग सप्लाई के नेटवर्क से भी जुड़ा है।
घर पर सो रहा था सोनू
कहला निवासी रमाशंकर पांडेय के तीन बेटे हैं जिसमें दूसरे नम्बर का बेटा धर्मेद्र उर्फ सोनू शातिर किस्म का है। इसी वजह से उस पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है। गुरुवार की सुबह करीब पौने चार बजे पुलिस की संयुक्त टीम ने घर पर छापेमारी कर सोनू को सोते हुए पकड़ा। घर की तलाशी में तीन बड़े पैकेट भी मिले। थाने पर जांच में पुलिस को पैकेट में गांजा भरा हुआ मिला। सोनू के पकड़े जाने की सूचना थोड़ी देर में पूरे एरिया में फैल गई। शुरूआती दौर में स्थानीय पुलिस गिरफ्तारी की घटना से इंकार करती रही लेकिन बाद में उसे कबूला कि कई मामलों में पूछताछ के लिए उसे गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली से मिला सुराग
पुलिस सूत्रों की माने तो सोनू हथियार, नकली नोट तथा ड्रग सप्लाई के बड़े नेटवर्क से जुड़ा है। दिल्ली पुलिस से ये इनपुट भी मिला है कि सोनू एके-47 की एक डील में प्रमुख भूमिका में था। उसका तस्करी का नेटवर्क नेपाल से जुड़ा हुआ है। थाने पर पूछताछ के बाद उसे किसी और जगह ले जाया गया है। पुलिस की एक टीम पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर सोनौली गई है जबकि घर से काफी विदेशी मुद्रा भी मिली है। दिल्ली से उसे गांजे की खेप भेजी गई थी जिसके आधार पर पुलिस को पता चला कि वह अपने गांव पर है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जल्द ही कई बड़े मामलों का खुलासा हो सकता है।
पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर गैंगेस्टर में निरूद्ध चल रहे सोनू को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ मादक द्रव्य रखने और तस्करी के आरोप में मुकदमा कायम कर पूछताछ की जा रही है। साथ ही उसके तस्करी के नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है।
अजय कुमार ओझा, एसओ गगहा