GORAKHPUR: मंदबुद्धि महिला से आठ दिन पहले की गई हैवानियत के मामले में सहजनवां पुलिस की उदासीनता एरिए में चर्चा का विषय बनी हुई है। मंदबुद्धि के साथ गैंगरेप के बाद हैवानों ने उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दिया था। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना के बाद मामले में तफ्तीश के नाम पर कुछ नहीं करने से पुलिस से लोगों का विश्वास उठने लगा है। पीडि़त मंदबुद्धि गैंगरेप करने वालों की पहचान नहीं कर पा रही है। लेकिन पुलिस ने तो मामले में मंद गति से भी जांच नहीं शुरू की.इस संगीन अपराध के मामले को बढ़ता देख पुलिस ने आठ दिन बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

सहजनवां एरिया के समाधिया चौराहे पर रात के अंधेरे में एक मंदबुद्धि महिला से गैंगरेप और उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने की दिल दहलाने वाली वारदात हुई। महिला को इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के लेबर रूम में रखा गया है। उसकी हालत गंभीर बताई है।

सहजनवां एरिया के एक गांव की 23 वर्षीय युवती की शादी वर्ष 2012 में गोरखपुर जिले के ही एक गांव में हुई थी। वह अपनी ससुराल गई कुछ माह बाद वह मानसिक रोग से पीडि़त हो गई। बाद में महिला के ससुराल वालों ने उसे छोड़ दिया। महिला अपने मायके में आकर रहने लगी।

बताया जा रहा है कि वारदात के बाद महिला के शरीर पर खून लगा था। उसका कपड़ा खून से सना हुआ था। शरीर के अन्य हिस्सों के नीचे खरोच के निशान थे। किसी ने बेहोशी में महिला के उक्त स्थान पर पड़े होने की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस वाले मौके पर पहुंचे और महिला को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहजनवां में एडमिट कराया गया।

बताया जा रहा है कि सहजनवां में इलाज के बाद पुलिस वालों ने महिला को उसके घर पहुंचा दिया। पुलिस वालों ने फैमिली मेंबर्स को घटना के बारे में कुछ भी नहीं बताया जबकि पुलिस कर्मियों को मंदबुद्धि महिला ने घटना की पूरी जानकारी दे दी थी। महिला की हालत देखकर उसके पिता और अन्य परिजनों को यह शक हुआ कि इसके साथ कुछ गलत हुआ है।

पीडि़ता की चाची ने पूछताछ की और नहाने के दौरान उसके घाव को देखा। इसके बाद फैमिली मेंबर्स थाने पहुंचे। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर घर भेज दिया। हालत खराब होने पर फ्राइडे को फैमिली मेंबर्स महिला को लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन यहां से लौटा दिया गया। यहां डॉक्टर ने कहा कि यह पुलिस केस है पहले जाकर प्राथमिक दर्ज कराइए। इसके बाद इलाज किया जाएगा।

फैमिली मेंबर्स पीडि़ता को लेकर थाने पहुंचे। काफी प्रयास के बाद सैटर्डे को पुलिस ने फैमिली मेंबर्स की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया.उसे जिला अस्पताल में एडमिट कराया, जहां डाक्टर ने उसकी हालत देखकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज एडमिट कराया। पीडि़ता के चाची का कहना था कि अभी तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टर ने बताया है कि प्राइवेट पार्ट पर चोट लगने से इस्पेक्शन हो गया है।

आठ दिन पुराना मामला है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 376 घ और 323 आईपीसी दर्ज कर आरोपियों की तलाश में लगी है।

बृजेश सिंह, एसपीआरए