- शुरुआती जांच में पुलिस बताती रही निर्दोष
- सहजनवां कस्बे की किशोरी ने लगाए थे आरोप
GORAKHPUR: सहजनवां एरिया के चर्चित गैंग रेप कांड में दो आरोपी शनिवार को जेल भेजे गए। पुलिस ने उनको बोक्टा के पास से अरेस्ट किया था। सहजनवां कोतवाल ने बताया कि दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज था। पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। हालांकि इस मामले की शुरुआती जांच में पुलिस ने घटना को फर्जी बताया। आरोपी पक्ष के लोगों ने सुलह-समझौते के लिए पीडि़ता को अर्दब में लेने की कोशिश की थी। इस मामले में पुलिस की खूब छिछालेदर हुई।
घर के पास छोड़ गए
सहजनवां कस्बे की एक किशोरी को कॉलेज गेट पर दो युवक छेड़ते थे। आरोप है कि 18 मार्च को वह अपनी सहेली के घर जा रही थी। तभी छेड़छाड़ करने वाले युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। उसको साथ लेकर दो दिनों तक रेप करते रहे। तीन दिन बाद उसे अचेत हाल में घर के पास छोड़कर फरार हो गए। किशोरी अपने परिजनों के साथ शिकायत लेकर थाने पहुंची। पुलिस ने उसे एक हजार रुपए देकर उपचार कराने के लिए भेज दिया। उपचार कराकर वह दोबारा थाने गई। लेकिन उसकी तहरीर पर मुकदमा नहीं दर्ज किया गया।
कांस्टेबल के घर से भागी
पीडि़ता ने एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई। एसएसपी के निर्देश पर सहजनवां पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। लेकिन मामले को फर्जी बताकर कार्रवाई से इंकार करती रही। आरोप है कि इस बीच अभियुक्तों ने किशोरी पर केस वापस लेने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। किशोरी की मेडिकल जांच से लेकर कोर्ट में बयान कराने तक में पुलिस ने बिजी होने का हवाला देती रही। समझौते का भारी दबाव बनने पर महिला कांस्टेबल के घर से किशोरी भाग निकली। बाद में परिजनों के साथ वह थाने पहुंची। पुलिस ने कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया। लेकिन अभियुक्तों की गिरफ्तारी से बचती रही।
बोक्टा के पास पकड़े गए आरोपी
गैंग रेप में नामजद केशवपुर निवासी विशाल यादव, तेनुहारी निवासी कमलेश यादव के बारे में पुलिस को सूचना मिली। शनिवार को दोनों बोक्टा के पास मौजूद थे। तभी पुलिस ने उनको पकड़ लिया। कानूनी कार्रवाई पूरी करके पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उनको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया।
अभियुक्तों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज था। पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। इसलिए दोनों को अरेस्ट करके जेल भेज दिया गया।
यादवेंद्र पाल, इंस्पेक्टर, सहजनवां