-विश्व के लंबे प्लेटफार्म से चलने वाली कुशीनगर एक्सप्रेस में महिला चोरों का गैंग है सक्रिय

GORAKHPUR: अगर आप ट्रेन नंबर 11015, कुशीनगर एक्सप्रेस से मुंबई जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। इस ट्रेन में महिला चोरों का ऐसा गैंग एक्टिव है जो जरा सी असावधानी पर आपको लंबा चूना लगा सकता है। हालांकि हैरान करने वाली बात यह है कि शिकायत के बाद भी इन गैंग को पकड़ने में आरपीएफ और जीआरपी असफल नजर आ रही है।

ट्रेन लगते ही एक्टिव

गोरखपुर और आसपास के काफी लोग मुंबई रोजी-रोटी की तलाश में जाते हैं। इनके लिए कुशीनगर एक्सप्रेस एक बड़ा सहारा है। इसके अलावा एलटीटी से भी कई यात्री मुंबई का सफर तय करते हैं। यह ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म पर प्लेस होती है, वैसे ही महिला चोरनियों का गैंग एक्टिव हो जाता है। मौका देखकर यह पैसेंजर्स की जेब काटना शुरू कर देती हैं। कोई ऐसा दिन नहीं होता है कि 15-20 महिलाओं के सामान की चोरी न होती हो।

अंधेरे का उठाती हैं फायदा

-शाम 6.30 के आसपास कुशीनगर एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लगती है।

- उस दौरान ट्रेन के अंदर रोशनी नहीं रहती है।

- उधर जनरल बोगी में चढ़ने के लिए लगे पैसेंजर्स में होड़ शुरू हो जाती है।

-इसी दौरान महिला चोरनियों का गैंग एक्टिव हो जाता है।

- यह ट्रेन के अंदर अंधेरा और बाहर भीड़ का फायदा उठाने लगती है।

-यह महिला यात्रियों के गहने, हाथ में लिए पर्स और लगेज पर हाथ साफ कर देती हैं।

नहीं दर्ज होता मामला

अंदरूनी सत्रों की मानें तो महिला चोरनी गैंग बीच में गायब हो गया था। लेकिन पिछले कुछ दिनों यह फिर एक्टिव हो गई हैं। इनमें से ज्यादातर महिला गैंग की सदस्य बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले की रहने वाली हैं। कुछ नौतनवां और कप्तानगंज की हैं। यह बेबसी और लाचारगी दिखाते हुए स्टेशन पर ही रहती हैं। सूत्रों की मानें तो इनके गैंग की जानकारी जीआरपी और आरपीएफ के सिपाहियों को होती है। बावजूद इसके इन गैंग के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है। कई बार आरपीएफ ने इन्हें पकड़ा भी है, लेकिन रेलवे एक्ट के मामूली धाराओं में बंद होने के बाद यह जुर्माना देकर छूट जाती हैं। इसके बाद फिर से वह इसी धंधे में जुट जाती हैं।

केस वन

जंगल धूसड़ के रहने वाले राम नगीना मुंबई में पेंटिंग का काम करते हैं। वह अपनी पत्नी सुशीला के साथ मुंबई जाने के लिए प्लेटफॉर्म नंबर दो पर कुशीनगर एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही ट्रेन प्लेस हुई वैसे ही वे अपने पत्नी के साथ जनरल बोगी में चढ़ने लगे। इसी बीच उनकी पत्नी का पर्स किसी महिला ने मार लिया। वे काफी चिल्लाई भी, लेकिन कोच के भीतर अंधेरा होने के चलते वह उस महिला को पहचान नहीं सकी। मामले की शिकायत के लिए उनके पति राम नगीना जीआरपी थाने पहुंचे तो मौके पर तैनात पुलिस ने डांट-फटकार कर भगा दिया।

केस टू

खोराबार के रहने वाले संदीप मुंबई में जॉब करते हैं। वे अपने पत्नी व दो बच्चों के साथ कुशीनगर एक्सप्रेस से 24 फरवरी को कुशीनगर एक्सप्रेस पकड़ने जनरल बोगी में चढ़े, इसी बीच उनकी पत्नी के गले से किसी महिला ने चेन खींच लिया। उनके गले से चेन खींचे जाने के बाद पति ने महिला चोरनी को दौड़ाया। लेकिन साथ में परिवार होने के चलते बेबस हो गया। मौके पर आरपीएफ के जवान भी मौजूद थे, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।

- कुशीनगर में हर रोज 1300 यात्री करते हैं सफर।

- गोरखपुर से मुंबई जाने वाली है मुख्य ट्रेन।

- दोपहर एक बजे से ही लग जाती है मुंबई जाने वाले यात्रियों की लाइन।

वर्जन

कुशीनगर एक्सप्रेस में महिला गैंग सक्रिय होने की जांच कराई जाएगी। इसके लिए जीआरपी की टीम बनाकर इन पर विशेष नजर रखी जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।

-भारत सिंह, एसपी जीआरपी, गोरखपुर