-नौ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
-पूर्व पार्षद सहित कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
GORAKHPUR: मानबेला में राप्तीनगर विस्तार आवासीय योजना के आंवटियों को कब्जा दिलाने को लेकर शनिवार को जमकर बवाल हुआ। जीडीए टीम के गांव में पहुंचने पर पब्लिक ने विरोध शुरू कर दिया। प्रशासन और पब्लिक के बीच जोर आजमाईश हो गई। आरोप है कि भूमि की पैमाइश का विरोध कर रही पब्लिक ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव के आक्रोश में पुलिस ने गांव में लोगों को खदेड़कर लाठियों से पीटा। घरों में घुसकर पुलिस ने तलाशी ली। पथराव और बवाल के आरोप में पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया। पूर्व पार्षद कुद्दूस अली सहित कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुटी है। जीडीए अधिकारियों का कहना है कि कब्जा दिलाने की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
शुक्रवार को भी हुआ था बवाल
राप्ती नगर विस्तार आवासीय योजना के तहत मानबेला में प्लाट आवंटित किया गया है। कोर्ट के आदेश पर आवंटियों को कब्जा दिलाया जा रहा है। मानबेला के कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि बढ़ी हुई दर पर मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया था। मुआवजा का मामला सुलझने तक इस प्रक्रिया को रोका जाए। उधर, पुलिस बल की मौजूदगी में जीडीए अधिकारी कब्जा दिलवाने में जुटे हैं। शुक्रवार को कब्जा दिलाने पहुंचे अधिकारियों को भारी विरोध झेलना पड़ा था। विरोध जताते हुए महिलाएं आगे आ गई थी। एक महिला ने मिट्टी का तेल गिराकर खुद को आग लगाने की धमकी दी तो टीम के लोग लौट गए।
खुदाई के दौरान शुरू हुआ विरोध
शनिवार को एक ओर किसानों का प्रतिनिधिमंडल मुआवजे की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने पहुंचा। दूसरी ओर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ जीडीए अधिकारी कब्जा दिलाने पहुंचे। दोपहर में लौटकर प्रदर्शनकारी गांव पहुंचे तो वहां कब्जा दिलाया जा रहा था। जीडीए की टीम जेसीबी से मिट्टी खुदाई करा रही थी। तभी पब्लिक ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने जेसीबी चलाने से मना किया तो मशीन नहीं रोकी गई। आरोप है कि इससे गुस्साकर महिलाओं और बच्चों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। फोर्स ने लाठी चलाकर लोगों को तितर-बितर किया। इस दौरान एक गुमटी भी क्षतिग्रस्त हो गई। बवाल की सूचना पर अतिरिक्त फोर्स पहुंच गई।
पुलिस कार्रवाई से मची अफरा-तफरी
गांव के लोगों का आक्रोश देखते हुए आसपास के थानों की पुलिस बुला ली गई। फोर्स जुटने पर पुलिस ने अपना रूप दिखाया। फोर्स ने गांव में कांबिंग शुरू कर दी। गांव में घुसकर जो मिला उसे पीटते हुए पकड़ ले गई। पुलिस कार्रवाई से गांव में भगदड़ मच गई। पुलिस ने तोड़फोड़ करते हुए चार महिलाओं ओर चार युवकों को हिरासत में ले लिया। मामले को काबू करने के लिए सीनियर पुलिस अफसर भी पहुंच गए। इससे कब्जा दिलाने की प्रक्रिया बाधित हुई। पुलिस के डर से पूरा गांव खाली हो गया। हालांकि बवाल के बाद भी जीडीए टीम ने 39 लोगों को प्लाट पर कब्जा दिलाया। जीडीए अधिकारियों ने बताया कि कब्जा दिलाने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
बवाल करने के मामले में पूर्व पार्षद कुद्दूस अली और एक महिला को नामजद किया गया है। वह लोग टीम पर पथराव कर रहे थे। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रामसिंह, सचिव जीडीए
बवाल की सूचना पर फोर्स लगाई गई थी। जीडीए टीम पर हमला करने के मामले में कार्रवाई की जा रही है। किसी को अराजकता नहीं फैलाने दिया जाएगा।
गणेश साहा, एसपी नार्थ