- वाट्सएप ग्रुप पर दोस्तों संग मस्ती के साथ शेयर हो रहे हैं क्रिएटिव आइडियाज
GORAKHPUR :
'तेरे जैसा यार कहां' याराना मूवी का यह सूपरहिट सांग हर दिलों में बसा हुआ है। जब भी दोस्तों को कोई सांग डेडिकेट करना है, तो इससे बेहतर ऑप्शन शायद न मिले। कॉलेज लाइफ दोस्तों संग बिताया गया लम्हा हमेशा ही याद रहता है। यारों संग बिताए इन पलों को संजोए रखने और उनसे रेग्युलर टच में रहने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स काफी मददगार साबित हुई है। डिजिटल मोड में रेग्युलर टच में रहने और मस्ती करने वाले की दोस्तों यह तस्वीर अब बदलने लगी है। उन्होंने मैसेंजर्स को अब क्रिएटिव आइडियाज शेयर करने और उसको इंप्लीमेंट कर शहर की तस्वीर को संवारने के लिए कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। सिटी में दर्जनों ऐसे ग्रुप्स हैं, जिन्हें ब्लड डोनेशन, प्लांटेशन, जरूरतमंदो की हेल्प जैसे सोशल वर्क के लिए यूज किया जा रहा है।
1. रेड पल्स यूथ ट्रस्ट
ब्लड डोनेशन के इरादे से डॉ। सुरेश सिंह की बनाई ग्रुप चेन में 6 ग्रुप वर्किंग है, जिसमें करीब 500 एक्टिव मेंबर्स हैं। हर साल ये लोग अलग अलग जगहों पर ब्लड डोनेशन कैम्प लगाते हैं, जिसकी इंफॉर्मेशन ग्रुप पर अपडेट रहती है, जिससे ग्रुप मेंबर्स आसपास के एरिया में इसकी इंफॉर्मेशन सर्कुलेट कर सकें और लोगों को इसका फायदा मिल सके। बर्थडे व एनिवर्सरी जैसे मौकों पर सब एक दूसरे को विश भी करते हैं। मस्ती के नाम पर ये लोग हर कैंप के बाद जलेबी और समोसे के लिए लकी ड्रॉ निकालते है जिसमें जीतने वाले को सबसे ज्यादा खाने को मिलता है।
2. नवोदयन मित्र
जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों की मौज मस्ती के लिए पुर्णेदु शुक्ला के लिए ये वाट्स एप ग्रुप बनाया था। इसका मोटिव यह था कि जो कूल के बाद काम की व्यस्तता से अलग हो गए थे, लेकिन इनकी समाज के लिए कुछ करने चाह और लगन ने इसे दूसरे ग्रुप्स से अलग बना दिया। 89 मेंबर्स के इस ग्रुप में इंजीनियर, डॉक्टर ,आईएएस अधिकारी या स्टूडेंट हर प्रोफेशन से जुड़े लोग अवेलबल हैं। फ्री स्कूलिंग पाने के बाद अब ये गांव के बच्चों को कॉम्प्टीटिव एग्जाम की फ्री तैयारी कराते हैं। साथ ही इंटरमीडिएट के बच्चों की करियर काउंसलिंग भी करते हैं। इसके अलावा सोशल वर्क में भी यह काफी एक्टिव हैं। अपनी इस सोच को ये पूरे देश में फैलाना चाहते हैं।
3. स्माइल
डेंटिस्ट डॉ। अनुराग का बनाया यह ग्रुप सिर्फ के डेंटिस्ट्स के लिए है। हमारी हेल्दी मुस्कान का ध्यान रखने वालों के इस ग्रुप का भी नाम 'स्माइल' है। इस ग्रुप में कुल 55 पार्टिसिपेंट्स हैं। अपनी बिजी लाइफ से वक्त निकालकर ये डॉक्टर्स मस्ती मजाक के साथ केसेस भी डिस्कस करते हैं, जिससे इलाज में एक दूसरे को मदद मिल सके। इस जमाने में वह एक दूसरे के कॉम्प्टीटर बनने के बजाए दोस्त बनकर स्टडी, फोटो के साथ अपनी फाइंडिग्स शेयर और अप्रिशिएट भी करते हैं। पेशन्ट की बेहतरी के लिए उसे ग्रुप के दूसरे डॉक्टर्स को रिकमेंड भी करते हैं।
4. स्कूल साल्यूशन
शहर के स्कूलों में अचानक पड़ जाने वाली छुट्टियाें और स्कूल ओनर की प्रॉब्लम के सॉल्युशन के लिए अजय शाही ने यह ग्रुप बनाया। 20 मेंबर्स के साथ बना यह ग्रुप, सिटी के स्कूल्स को बेहतर रन करने में हेल्प कर रहा है। इतना ही नहीं, खाली वक्त में थोड़ा हंसी-मजाक भी कर लेते हैं, जिससे इनकी टेंशन और थकान कम हो सके। इस ग्रुप में रोज नए दोस्तों को जोड़कर ये फ्रेंडशिप के साथ काम भी बखूबी निभा रहे हैं।
यूं बना सकते हैं ग्रुप -
- सबसे पहले मोबाइल में वॉट्सएप इंस्टॉल करें
- इसके बाद मेन्यू में जाकर न्यू ग्रुप ऑप्शन पर क्लिक करें
- ग्रुप को मनचाहा नाम दें और नेक्स्ट ऑप्शन सेलेक्ट करें
- इसके बाद एड ग्रुप पार्र्टिसिपेंट्स ऑप्शन में जाकर मेंबर्स एड करें
- मैक्सिमम 100 ग्रुप मेंबर्स एड किए जा सकते हैं।
- इसके बाद क्रिएट ऑप्शन पर क्लिक करें और ग्रुप का मजा लें।