- असुरन में सेवन सीजशिपिंग कंपनी के नाम पर खोल रखा था आफिस
- शिपिंग कम्पनी में नौकरी दिलाने के नाम पर लिया था पैसा, बेरोजगारों ने डायरेक्टर को दबोचा
GORAKHPUR: नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। वेंस्डे को एक बार फिर बेरोजगारों के ख्वाब चकनाचूर हो गए। शाहपुर राधिका काम्पलेक्स में सेवन सीज शिपिंग कंपनी ओनर बेरोजगारों के करीब ढाई करोड़ रुपए लेकर फरार हो गया। शक होने पर बेरोजगार लड़के कंपनी के दफ्तर पहुंचे तो कोई नहीं मिला। वेंस्डे को एक बार फिर कैंडिडेट्स जब कंपनी के दफ्तर पहुंचे तो वहां कंपनी के डायरेक्टर एसके राय मौजूद थे। कैंडिडेट्स उनसे लिया गया पैसा वापस करने की डिमांड करने लगे। इस मामले पर डायरेक्टर का कहना है कि कंपनी का मालिक साउथ का रहने वाला है और कुछ दिन पहले ही सारा पैसा लेकर फरार हो गया है।
शक हुआ तो खुला राज
पुलिस लाइंस के रहने वाला सिद्धार्थ ने भी नौकरी के लिए कंपनी में पैसा दे रखा था। नौकरी के लिए कंपनी ने पैसा तो ले लिया, लेकिन आना-कानी करने लगे। सिद्धार्थ की मानें तो नौकरी न मिलने से वह काफी परेशान था, वहीं कंपनी का रवैया देख उसे शक होने लगा। इसके बाद वह कंपनी के दफ्तर पर बार-बार जाने लगा। उसने बताया कि कंपनी बीए-एमए पांचवीं पास करने वाले बेरोजगार नौजवानों को भी नौकरी का झासा दे रखा है। वह अपने पिता के साथ मंडे का आफिस पहुंचा। वहां से पहले तो उसने डायरेक्टर को फोन लगाया तो उसका मोबाइल स्वीच ऑफ मिला। शक गहराने पर सिद्धार्थ ने अन्य लड़कों को भी फोन कर मामले की जानकारी दी।
दो दिनों से घेराव जारी
अपना पैसा डूबता देख बेरोजगार पिछले दो दिनों से कंपनी दफ्तर का घेराव कर रहे हैं। सिद्धार्थ की मानें तो ट्यूज्डे मार्निग सभी लड़के कंपनी के दफ्तर पहुंचे, तो इस दौरान कंपनी डायरेक्टर एसके राय उनके हाथ लग गया। सभी बेरोजगार दिए पैसे को वापस करने की डिमांड करने लग गए। एसके राय ने बताया कि कैंडिडेट्स का दिया सारा पैसा लेकर कंपनी का मालिक साउथ भाग गया है और दो दिन से फोन नहीं उठा रहा है। वहीं वेंस्डे को 50 से 60 की संख्या में कुछ और बेरोजगारों ने कचहरी स्थित डायरेक्टर के ऑफिस पहुंचकर उन्हें घेर लिया। डायरेक्टर ने उन्हें बताया कि कंपनी देवरिया के एचडीएफसी बैंक में सारा पैसा जमा करती है लेकिन खाते को चेक किया गया तो पैसा हीं नहीें था।
असुरन के पास है ब्रांच
सेवन सीज शिपिंग कंपनी की गोरखपुर और देवरिया में ब्रांच है। गोरखपुर में कंपनी के डायरेक्टर एसके राय गोरखनाथ एरिया राजेन्द्र नगर के निवासी है। इनकी कंपनी में कुल 11 एंप्लाइज हैं। कंपनी आईआईटी और बीटेक स्कूलों में पम्पलेट बांट, शिप और शिपयार्ड में नौकरी करने के लिए पे्ररित करते हैं। नौकरी के नाम इच्छुक लड़के अपना-अपना प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे। बेरोजगारों की मानें तो कंपनी ने मेडिकल के नाम पर उनसे 6500 रुपये वसूले हैं, वहीं कॉन्टीनिवस डिस्चार्ज सर्टिफिकेट के नाम पर उनसे दो हजार रुपये वसूल किए थे। गोरखपुर के 11 सौ लड़कों ने 85 सौ रुपये के हिसाब से पैसे जमा कराया और इन्हें इंडिया में ही नौकरी देने की बात की गयी थी। वहीं देवरिया के 250 लड़कों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 50 से 65 हजार रुपये लिया था। कंपनी ने नौकरी के नाम से इन बेरोजगारों से एक करोड़ से ऊपर की रकम वसूली थी।