- मुकदमे छुपाकर आईजी को भेजी फाइल

- जांच में कैंट सर्किल की पहले खुल चुकी है पोल

GORAKHPUR: गोरखपुर पुलिस चोरी करती है, वह भी बेहद अजीब किस्म की। चौंक गए न। लेकिन यह सच है। पुलिस लंबित विवेचनाओं को चुराने में लगी है। कैंपियरगंज सर्किल में लंबित विवेचनाओं की चोरी खुद आईजी अमिताभ यश ने पकड़ी है। इसके लिए उन्होंने सीओ कैंपियरगंज से स्पष्टीकरण भी मांगा है। साथ ही उन्होंने पेंडिंग विवेचनाओं को निस्तारित कराने का निर्देश एसपी ग्रामीण को दिया है। इससे पहले कैंट सर्किल में भी चोरी पकड़ी गई थी।

विवेचना और वांटेड की सूची मांग रहे आईजी

एक फरवरी और ख्8 मार्च को बुलाई गई मीटिंग में आईजी ने ईमेल पर जोर दिया। कहा कि थानों पर पेंडिंग सभी विवेचनाओं और वांछित अभियुक्तों की सूची ईमेल से उनके दफ्तर भेजी जाए। जिले के सभी थाना क्षेत्रों से सर्किल के अनुसार क्राइम रजिस्टर ख्007 से लेकर फ्क् मार्च ख्0क्भ् तक रिकार्ड भेजा गया। इस रिकार्ड में लंबित विवेचनाओं को छुपाने का प्रयास किया गया। थानों की पुलिस पेंडिंग पड़ी विवेचनाओं को चुराने में लग गई।

एक हजार मुकदमे पेंडिंग, भेजी ब्ब्9 की लिस्ट

कैंपियरगंज सर्किल के थाना कैंपियरगंज 8क्, सहजनवां में क्9फ्, पीपीगंज क्भ्ख्, हरपुर बुदहट में ख्फ् मामलों को छिपाया गया। आईजी ने जब रजिस्टर से इसका मिलान कराया तो पोल खुल गई। रजिस्टर के मुताबिक पेंडिंग पड़े मुकदमों की तादाद एक हजार पहुंच गई। आईजी ने इस गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए सभी मुकदमों के निस्तारण का निर्देश दिया। इसके लिए आईजी ने एसपी ग्रामीण को जिम्मेदारी सौंपी। इसके पूर्व पेंडिंग विवेचनाओं में गड़बड़ी करने पर सीओ कैंट को फटकार लगी थी। उनसे आईजी ने स्पष्टीकरण मांगा था।

मुकदमों के निस्तारण में लापरवाही की जा रही है। सही सूचना न भेजने के संबंध में सीओ कैंपियरगंज से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

अमिताभ यश, आईजी जोन गोरखपुर