- बच्चों के लिए गार्जियन तलाश रहे नया स्कूल
- कर्ज देने वाले भी पीट रहे माथा, मांग रहे पुलिस की मदद
GORAKHPUR : भगत चौराहा, कैलाशपुरी कॉलोनी मोहल्ले में सेंट जेवीयर्स इंटरनेशनल में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। स्कूल बंद करके फरार हुए संचालक पर 50 लाख रुपए से अधिक का कर्ज है। वह खेत बेचकर लोगों का कर्ज चुकाने के बहाने स्कूल से निकला था। संचालक को ब्याज पर रुपए उधार देने वाले भी उसकी तलाश में लगे हैं। उधर बच्चों का एडमिशन कराकर फंसे गार्जियन अपने बच्चों के लिए नये स्कूल की तलाश में जुटे हैं।
एक-एक कर गायब हुए तीनों भाई
बिहार के मोतीहारी, देईडीहा निवासी आरपी चौधरी ने कैलाशपुरी कॉलोनी में अपना ठिकाना बनाया। एक विद्यालय में एकांउटेंट रहे आरपी चौधरी ने किराये पर बिल्डिंग लेकर खुद का स्कूल खोला। हॉस्टल और स्कूल की एकमुश्त फीस जमा कराई। फ्राइडे मार्निग बच्चों को स्कूल छोड़ने पहुंचे पैरेंट्स ताला लगा देख परेशान हो गए। तब पता लगा कि संचालक ने लोगों को बेवकूफ बनाया है। ओम प्रकाश, उसके दोनों भाई राम प्रकाश और जय प्रकाश एक-एक कर फरार हुए हैं।
खेत बेचने के बहाने हुआ फरार
आरपी चौधरी ने स्कूल चलाने के नाम पर कुछ लोगों ने करीब 50 लाख रुपए का कर्ज ले लिया था। वह समय पर सबका ब्याज चुका रहा था। कर्ज देने वाले उस पर रकम लौटाने का दबाव बना रहे थे। एक हफ्ते पहले ओम प्रकाश चौधरी ने खेत बेचकर रकम लौटाने की बात की। वह जमीन बेचने के बहाने गांव चला गया। तभी से उसका मोबाइल भी स्वीच आफ हो गया। थर्सडे को लोगों ने उसके भाई राम प्रकाश को पकड़ लिया। भगत चौराहे पर पिटाई करने के बाद उसकी व्हीकल छीन ली इसलिए थर्सडे नाइट वह भी फरार हो गया। ओम प्रकाश को कर्ज देने वाले भी काफी परेशान हैं।
स्कूल संचालक के फरार होने की सूचना मिली है। स्कूल के संबंध में जांच के लिए पत्र लिखेंगे। मजिस्ट्रेट के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ओम प्रकाश, बीएसए
मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। स्कूल संचालक के खिलाफ के मुकदमा दर्ज करने के लिए अफसरों की सलाह ली जाएगी। उच्चधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।
रामाशीष यादव, एसओ, खोराबार