-गेहूं कटान के साथ बढ़ गई शिकायतें, जबरन जमा रहे फसल पर कब्जा

-तहसील दिवस में भी आई सबसे अधिक शिकायतें

GORAKHPUR: सत्तर की दशक की कोई भी फिल्म। जिसमें एक किसान पूरे परिवार के साथ जी-तोड़ मेहनत करता है। बंजर जमीन को उपजाऊ बनाता है। परिवार के साथ बीज छिड़कता है और दिन-रात मेहनत कर फसल को पल-पल बढ़ते देखता है। फसल तैयार होकर लहलहाना शुरू करती है। तभी अचानक एक लाला आता है और पूरी फसल पर कब्जा कर लेता है। फिल्मी दुनिया में ये ट्रेंड अब पुराना हो गया है। मगर हकीकत में फसलों पर दबंगई कुछ इसी तरह अभी भी कायम है। जिले में ऐसे एक, दो नहीं बल्कि सौ से अधिक किसान है, जिनकी मेहनत पर दबंगई भारी पड़ रही है। पिछले एक सप्ताह में जिले के विभिन्न एरिया से ऐसी दर्जनों कंपलेन प्रशासन के पास पहुंची है, जिसमें फसल लगाई किसी ने है और काटना कोई चाह रहा है।

तहसील दिवस में भी छाया फसल पर विवाद

तहसील दिवस पर अक्सर मारपीट, जमीनी विवाद से जुड़े मामले आते थे। मगर 7 अप्रैल को हुए तहसील दिवस में जिले की सभी तहसीलों में फसल के विवाद के मामलों की संख्या सबसे अधिक रही। खास तौर पर वे किसान अधिक परेशान है, जिनकी जमीन राप्ती, घाघरा, रोहिन, गुर्रा और आमी नदी के किनारे है। इन जमीनों पर फसल कोई तैयार कर रहा है और काटने कोई पहुंच जा रहा है। मतलब फसल पर दबंगई चल रही है। तहसील दिवस में फसल पर दबंगई के मामले करीब सहजनवां में क्ख्, गोला ख्0, सदर में म्, कैंपियरगंज में क्ब्, बांसगांव में क्क्, खजनी में क्फ् और चौरीचौरा में क्ब् आए। जबकि पिछले एक सप्ताह से तहसील और थानों में लगातार कई मामले आ रहे हैं।

केस-क्

सहजनवां के रहने वाले सुरेश कुमार ने तहसील दिवस में एसडीएम से कंपलेन की। उसने कहा कि गांव में मेरी जमीन है। जिसमें मैंने गेहूं की फसल लगाई थी। जो अब पक कर तैयार है। मगर पड़ोस में रहने वाला एक शख्स मुझे फसल नहीं काटने दे रहा है। फसल काटने खेत में खेत में जाता हूं तो वह गालीगलौज के साथ मारपीट पर आमादा हो जा रहे हैं। इसकी शिकायत पुलिस से भी की, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी।

केस-ख्

गोला में रहने वाला संतराम तहसील दिवस में शिकायत करने पहुंचा। अधिकारी को देखते ही वह रोने लगा। उसने कहा कि मैं बर्बाद हो गया हूं। पूछने पर संतराम ने बताया कि फसल को पहले ही मौसम की मार ने बर्बाद कर दिया है। अब जो फसल बची है, उस पर भी कुछ लोग अपना कब्जा बता रहे हैं। कई बार थाने में कंपलेन की गई, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

वर्जन-

फसल किसी ने लगाई और काटना कोई चाह रहा है, ऐसी कंपलेन इस टाइम काफी आती है। सभी मामलों की जांच करा कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। फसल पर जिसका अधिकार होगा, वही काटेगा। तहसील दिवस में भी ऐसी कई कंपलेन आई हैं।

रंजन कुमार, डीएम