- अंगूठे के मिलान पर खुला राज
- अफसरों ने दर्ज कराया मुकदमा
GORAKHPUR: सशस्त्र सीमा बल सेक्टर मुख्यालय में सिपाही भर्ती के मेडिकल जांच में सोमवार को दो अभ्यर्थियों का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। जांच पड़ताल के बाद पकड़े गए लोगों के खिलाफ एसएसबी अधिकारियों ने चिलुआताल थाना में मुकदमा दर्ज कराया। दोनों ने साढ़े तीन-तीन लाख में दलाल से भर्ती का सौदा तय किया था। आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। शनिवार को भी एक दलाल सहित तीन लोग पकड़े गए थे।
अंगूठा, फोटो मिलान पर खुला भेद
एसएसबी कैंपस में सिपाही भर्ती का मेडिकल चल रहा है। सोमवार को देवरिया जिले के लार, सालिमगंज, चुरियाभगल निवासी अनिल यादव और सहजनवां एरिया के बनकटिया निवासी सुशील कुमार मेडिकल जांच कराने पहुंचे। उनके अंगूठा निशानी और फोटो मिलान के दौरान भर्ती अधिकारियों को शक हुआ। पूछताछ में दोनों ने सेटिंग की पोल खोल दी। बताया कि असम राइफल्स में तैनात बिहार के भइसा निवासी जयचंद ने उनकी भर्ती का भरोसा दिया था। इसके बदले में उसने दोनों से साढ़े तीन-तीन लाख रुपए लिए थे।
दौड़ निकालने पर भर्ती की गारंटी
दोनों अभ्यर्थियों ने बताया के दलाल ने दौड़ निकालने पर भर्ती कराने की गारंटी दी। कहा कि नियुक्ति पत्र तक उनको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। लखनऊ में आयोजित परीक्षा में उनको नहीं बैठना पड़ा। दलाल ने उनकी फोटो बदलकर किसी अन्य से लिखित परीक्षा दिलवा दी। पास होने पर उनको मेडिकल जांच के लिए बुलाया गया। मामला सामने आने पर एसएसबी कमांडर पी बेहरा ने दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। उनके खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज करके पुलिस कार्रवाई में जुट गई।
एसएसबी में फर्जीवाड़ा के आरोप में दो लोग पकड़े गए हैं। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल की जा रही है।
रामपाल यादव, एसओ चिलुआताल