- अभी तक दो घंटे हो रही थी कटौती
- शहर में लोकल फॉल्ट ने भी कर दिया हालत खराब
GORAKHUR: बढ़ती गर्मी और प्रदेश में बिजली की कमी का असर पर गोरखपुर पर भी पड़ने लगा है। पिछले कुछ माह से दो घंटे की रूटीन कटौती झेल रहे गोरखपुराइट्स को अब दो घंटे एक्स्ट्रा कटौती झेलनी पड़ेगी। यह कटौती दोपहर में होगी। अब तक सिर्फ सुबह और रात में रूटीन रोस्टरिंग हुआ करती थी। विभाग की ओर से जारी आदेश में अब आगामी पांच दिनों तक चार घंटे कटौती की जाएगी।
पांच दिन होगी एक्स्ट्रा कटौती
प्रदेश में हुई बिजली कटौती का असर अगले पांच दिन तक शहरवासियों को झेलनी पड़ेगी। अभी तक रोस्टरिंग के रूप में डेली शहर में सुबह नौ बजे से लेकर 10 बजे और रात नौ बजे से लेकर रात 10 बजे तक बिजली कटौती का आदेश था, लेकिन 25 मई से शहर में दोपहर 12 बजे से लेकर दो बजे तक कटौती का आदेश आया है। शहर में यह कटौती अगले 30 मई तक होगी। इसके बाद कटौती की स्थिति क्या होगी, यह प्रदेश में बिजली की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।
लोकल फॉल्ट ने किया परेशान
बिजली कटौती बढ़ने के साथ ही साथ लोकल फॉल्ट भी बढ़ता जा रहा है। डेली किसी शहर के आधा दर्जन एरिया में लोकल फॉल्ट के कारण बिजली गुल हो रही है। मंगलवार की सुबह 6 बजे गणेश चौराहा के पास तार टूट गया, जिसके कारण गणेश चौराहा से लेकर गोलघर काली मंदिर तक की बिजली दोपहर 12 बजे तक गुल रही। दोपहर 12 बजे महादेव झारखंडी गेट के पास इंसूलेटर पंचर हो गया, जिसके कारण दोपहर 3 बजे तक कूड़ाघाट आवास विकास के आधे एरिया की बिजली गुल रही। करीम नगर में एक ट्रांसफॉर्मर के एक सर्किट काम न करने के कारण पूरे दिन इंदप्रस्थ कॉलोनी में दिन भर लो वोल्टेज की प्रॉब्लम बनी रही। वहीं नौसढ़ में केबल जलने के कारण 100 से अधिक घरों में भोर दो बजे से सुबह 8 बजे तक बिजली गुल रही।
आज 35 हजार घरों में गुल रहेगी बिजली
स्काडा योजना के तहत तार, पोल, जंपर, इंसूलेटर बदलने को लेकर बुधवार को बक्शीपुर और तारामंडल सब स्टेशन सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक बिजली गुल रहेगी। यह जानकारी महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि बुधवार को तारामंडल के 15 हजार और बक्शीपुर के 20 हजार कंज्यूमर्स इस कटौती से प्रभावित रहेंगे।
प्रदेश में बिजली की कमी का असर है। इसको देखते हुए कुछ एक्स्ट्रा कटौती की जा रही है। हालांकि यह कटौती चार से पांच दिन तक होगी। उसके बाद सब कुछ सामान्य हो जाएगा।
डीके सिंह, चीफ इंजीनियर, गोरखपुर जोन