जल्द आएगा फुटबाल का गोल्डेन पीरियड
GORAKHPUR:
क्रिकेट, रेसलिंग के बाद फुटबाल का गोल्डेन पीरियड भी जल्द आने वाला है। इंडिया में कभी टैलेंट की कमी नहीं रही। कमी थी तो सिर्फ सुविधा की और एक्सपीरियंस्ड कोच की। जो अब धीरे-धीरे दूर होती दिख रही है। यूपी के तीन हॉस्टल और एक स्पोर्ट्स कॉलेज में चल रहा फुटबाल कैंप इस मरते हुए गेम में दोबारा जान डालने का काम कर रहा है। अक्सर इस गेम का टैलेंट पैसे के अभाव में फुटबाल से दूर हो जाता है। यह कहना है यूपी टीम के कोच शमीम अहमद का। शमीम स्टेट लेवल टूर्नामेंट में बरेली टीम के कोच बनकर आए हैं।
लीग बढ़ा रही सभी गेम का स्कोप
सभी गेम में अचानक बूम आया है। इसके पीछे टैलेंट की भरमार होना या फैंस की संख्या बढ़ना नहीं है। बल्कि शुरू हुई लीग ने सभी गेम को नया रूप दे दिया है। पहले क्रिकेट, कबड्डी, हॉकी के बाद फुटबाल ने सभी को अपनी ओर अट्रैक्ट किया है। इससे जहां खिलाड़ी का फ्यूचर सेफ हो रहा है, वहीं देश को नया टैलेंट मिल रहा है। इस तरह के कॉम्प्टीशन होना बहुत जरूरी है। यूपी में फुटबाल रूरल एरिया में अधिक है। अब ये धीरे-धीरे कांवेंट स्कूल के जरिए सिटी में आ रहा है। इससे इस गेम को बढ़ावा मिल रहा है। यूपी टीम लगातार संतोष ट्राफी और आल इंडिया में अच्छा प्रदर्शन कर रही है।