-एमएड 2013-14 सेशन के एनुअल एग्जाम के लिए नहीं एक्टिव है फ्लाइंग स्क्वॉयड

- डीडीयू प्रशासन का दावा कैंपस में फ्लाइंग स्क्वॉयड की क्या जरूरत

GORAKHPUR: डीडीयू और कॉलेजेज में चल रहे पीजी सेमेस्टर एग्जाम और एमएड एग्जामिनेशन पर नजर रखने वाली फ्लाइंग स्क्वॉयड सुस्त नजर आ रही है। यही वजह है कि नकलविहीन एग्जाम संपन्न कराने का दावा करने वाली यूनिवर्सिटी अपने ही दावे में ही फंसती नजर आ रही है। हालांकि फ्लाइंग स्क्वॉयड की मानिटरिंग की जिम्मेदारी एग्जामिनेशन कंट्रोलर की है, लेकिन स्क्वॉयड के मॉनीटरिंग पर अभी तक उनकी नजरें नहीं पहुंची हैं।

नजर नहीं आई फ्लाइंग स्क्वॉयड

क्ख् जनवरी से दीक्षाभवन में यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी से संबंद्ध कॉलेजेज में पढ़ने वाले एमएड स्टूडेंट्स के एग्जाम शुरू हो गए हैं। वहीं यूनिवर्सिटी में पीजी के फ‌र्स्ट और थर्ड सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के भी एग्जाम शुरू हो चुका है, लेकिन एग्जाम दे रहे इन स्टूडेंट्स के लिए बनाए गए फ्लाइंग स्क्वॉयड की टीम अभी तक यूनिवर्सिटी में नजर नहीं आई है।

क्या कहना है कि एग्जामिनेशन कंट्रोलर का?

डीडीयूजीयू एग्जामिनेशन कंट्रोलर अखिलेश कुमार पाल ने बताया कि दीक्षाभवन और डिपार्टमेंट में चल रहे एग्जाम के लिए फ्लाइंग स्क्वॉयड की कोई जरूरत नहीं है। रहा सवाल नकल रोकने का तो इसके लिए प्राक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स हैं। वे एग्जाम को वाच कर रहे हैं, लेकिन सवाल उठता है कि प्राक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स फ्लाइंग स्क्वायॅड का काम देखेंगे तो फिर कैंपस में अनुशासन कैसे मेंटेन होगा? एग्जामिनेशन कंट्रोलर ने बताया कि कैंपस में स्क्वॉयड की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि कॉलेजज में पड़ती है। अब सवाल यह उठता है कि जब कैंपस के लिए फ्लाइंग स्क्वॉयड टीम का गठन किया गया है तो वे क्या कर रहे हैं?

इन सब्जेक्ट्स की हो रही है एग्जाम

- दीक्षा भवन में एमएड ख्0क्फ्-क्ब् सेशन के फाइनल इयर का एग्जाम चल रहा है।

- यूनिवर्सिटी कैंपस के साइंस और आर्ट फैकेल्टी में पीजी के सेमेस्टर एग्जाम चल रहे हैं।

- यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड सिटी और आसपास के जनपदों में एमएड के एग्जाम चल रहे हैं।

फ्लाइंग स्क्वॉयड को-आर्डिनेटर्स

- डॉ। विमलेश मिश्रा, डीडीयू कैंपस

- डॉ। सुबोध कुमार श्रीवास्तव, कॉलेज के लिए

- डॉ। अतुल कुमार सिंह, बस्ती के लिए

- डॉ। राजेंद्र कुमार, संतकबीरनगर के लिए

- डॉ। मिथिलेश तिवारी, महाराजगंज के लिए

- डॉ। अयोध्या नाथ तिवारी, देवरिया के लिए

- डॉ। वीपीएन चतुर्वेदी, कुशीनगर के लिए

वर्जन

फ्लाइंग स्क्वॉयड का गठन किया गया है। वह अपना काम कर रही है, लेकिन कैंपस में फ्लाइंग स्क्वॉयड की कोई जरूरत नहीं है।

अखिलेश कुमार पाल, एग्जामिनेशन कंट्रोलर डीडीयूजीयू