राप्ती नदी के बाद अब रोहिन नदी ने भी खतरे के निशान को पार कर लिया है। शनिवार को रोहिन नदी खतरे के निशान 82.44 मीटर को पार कर 82.76 मीटर पर पहुंच गई। राप्ती नदी में भी खतरे क निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ के पानी से जिले के 28 गांव घिर गए हैं। इससे करीब 16 हजार की आबादी प्रभावित हो गई है। बाढ़ का पानी गांव में घुसने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। 39 नावों के माध्यम से लोगों को इन नावों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

41 सेमी ऊपर राप्ती
गुरुवार को खतरे का निशान पार करने के बाद राप्ती नदी के जलस्तर में लगातर वृद्धि हो रही है। शुक्रवार की शाम चार बजे बर्डघाट में राप्ती नदी खतरे के निशान 74.98 से 39 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी, जो शनिवार की शाम खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है।

31 सेमी ऊपर रोहिन
राप्ती के साथ ही रोहिन और कुआनों नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। शुक्रवार को रोहिन नदी खतरे के निशान से सिर्फ एक सेंटीमीटर नीचे बह रही थी। जो शनिवार की सुबह खतरे के निशान को पार कर गई। शनिवार को रोहिन नदीके जलस्तर में 33 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। कुआनों नदी का जलस्तर भी शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को एक सेंटीमीटर बढ़ी है। कुआनों खतरे के निशान से अभी करीब एक मीटर से ज्यादा नीचे है। वहीं बात करें सरयू की तो सरयू नदी का जलस्तर स्थिर है। अयोध्या पुल पर सरयू नदी खतरे के निशान से करीब 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।

28 गांव प्रभावित
बाढ़ की जद में शनिवार को जिले के चार और गांव आ गए हैं। अब बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या 28 हो गई है। इन गांवों में रहने वाली करीब 16 हजार की आबादी भी बाढ़ की चपेट आ गई है। लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हो गए है। कुछ लोग घरों को छोड़ नावों से सुरक्षित ठिकानों पर जाने लगे हैं।

प्रमुख नदियों का जलस्तर
नाम खतरे का निशान वर्तमान जलस्तर
सरयू 92.73 मीटर 92.76
राप्ती 74.98 मीटर 75.39
रोहिन 82.44 मीटर 82.76
कुआनो 78.65 मीटर 77.39

एडीएम एफआर विनीत कुमार सिंह ने कहा, 'आपदा प्रभारी नदियों के बढ़ते जलस्तर पर लगातार नजर है। एनडीआरएफ के साथ ही जिम्मेदारों को अलर्ट रखा गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.'