- प्रॉपर्टी की सौदेबाजी में लगी थी रकम
- नामजद के साथ-साथ दो अज्ञात पर होगी कार्रवाई
GORAKHPUR पिपराइच एरिया के ककरहिया कांड में दो अन्य अज्ञात पर शिकंजा कसेगा। पुलिस की जांच में दो ऐसे संदिग्ध लोगों की भूमिका सामने आई है। उनके खिलाफ पुलिस पुख्ता सबूत जुटा रही है। अफसरों का कहना है कि नामजदगी में पर्दे के पीछे की भूमिका वाले भी शामिल किए जाएंगे।
दांव पर लगी पांच करोड़ से अधिक की पूंजी
13 मई को पिपराइच एरिया के ककरहिया निवासी धर्मेद्र पासवान पर बदमाशों ने हमला किया। बदमाशों के हमले में एक युवक की मौत हो गई। धर्मेद्र सहित चार लोग घायल हो गए। सभी को मेडिकल कालेज में एडमिट कराया गया। वहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने धर्मेद्र को मेडिकल कालेज ले जाने की सलाह दी। 27 मई को लखनऊ के एक नर्सिग होम में धर्मेद्र की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रॉपर्टी के कारोबार में धर्मेद्र ने पांच करोड़ से अधिक पूंजी लगाई। सिटी के एक बड़े कारोबारी से धर्मेद्र की दोस्ती थी। उनके प्रॉपर्टी के कारोबार में धर्मेद्र ने पूंजी लगाई थी। धर्मेद्र की मौत से तमाम लोगों की प्रॉब्लम बढ़ गई है।
मुकदमे में बढ़ेगा दो लोगों का नाम
धर्मेद्र पर हमले के आरोप में पुलिस ने धीरज उर्फ धीरु, राघवेंद्र पांडेय, पवन, औराही के बहादुर चौहान, अरुण निषाद और किसन पासवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। वेंस्डे को बहादुर और किसन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पवन पहले से जेल में है। अरुण निषाद की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि धर्मेद्र पर हमले में कुछ लोग पर्दे के पीछे हैं। उनका नाम मुकदमे में बढ़ाया जाएगा। उनकी भूमिका के संबंध में ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं। इसके अलावा कुछ नये बदमाश, जो प्रापर्टी के कारोबार में शामिल हो गए। उन पर भी पुलिस की नजर है।
फरार अभियुक्त की पुलिस तलाश कर रही है। मामले में दो अन्य लोगों की भूमिका सामने आ रही है। पुख्ता सबूत मिलते ही उनके खिलाफ भी शिकंजा कसा जाएगा।
ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण