- राहत सामग्री का आलू बिका था गोरखपुर मंडी में
- मंडे को सस्पेंड हुए थे मंडी इंस्पेक्टर
GORAKHPUR : भूकंप पीडि़तों के लिए भेजी गई राहत सामग्री को गोरखपुर मंडी में बेचे जाने का मामला मंडी प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन गया है। मंडे को बलि का बकरा बनाते हुए मंडी इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया तो ट्यूज्डे को राहत सामग्री का आलू खरीदने वाले दुकानदार का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जांच के बाद साफ होगा, दोषी कौन
आगरा से चली राहत सामग्री को मंडी में बेचे जाने का मामला खुलने पर हड़कंप मच गया था। आनन-फानन में अधिकारी एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ने लगे। गोरखपुर मंडी के सभापति व सिटी मजिस्ट्रेट सतीश पाल ने ट्यूज्डे को दुकान संख्या डी-ख् मेसर्स गुप्ता ट्रेडिंग कंपनी का लाइसेंस सस्पेंड करने का आदेश दिया है। इससे पहले मंडी सचिव सुभाष यादव को राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की ओर से नोटिस दिया जा चुका है। भूकंप की मार झेल रहे नेपाल में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए चार ट्रक गोरखपुर मंडी आए थे। इनमें से एक ट्रक का आलू मंडी में बेच दिया गया। आधा ट्रक आलू बेच दिए जाने की घटना पर जहां उप निदेशक विपणन-प्रशासन ने खेद जताते हुए मंडी सचिव को नोटिस जारी किया वहीं अब दुकान का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया है। सभापति पाल ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी।