- संतकबीर हॉस्टल के रूम पर कब्जा के लिए दो बार दागी दर्जन राउंड गोलियां

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के हॉस्टल कैंपस में शनिवार को छात्रों के दो गुटों के बीच पुराने विवाद में जमकर बवाल हुआ। दिन में दो बार अलग- अलग जगहों पर हुई भिड़ंत में हॉस्टल कैंपस के भीतर असलहे गरजे। संत कबीर हॉस्टल के कमरा नंबर 56 में सगे भाइयों की पिटाई के बाद मनबढ़ों ने गोलियां दागी। मामले की जानकारी पाकर पुलिस पहुंचती, इसके पहले फायरिंग करने वाले फरार हो गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। कैंट पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

मारपीट के बाद हुई फायरिंग

यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट अरविंद यादव उर्फ अमन यादव के छोटे भाई आनंद एमए फाइनल ईयर के स्टूडेंट हैं। आनंद के नाम से संतकबीर हॉस्टल में कमरा नंबर 56 एलॉट है। आनंद का परिचित कुशीनगर जिले के दुदही के पिंटू शर्मा भी यूनिवर्सिटी में एमए पॉलिटिकल साइंस के स्टूडेंट हैं। पिंटू का छोटा भाई विकास एमपी इंटर कॉलेज में 12वीं में पढ़ता है। अपने नाम से एलॉट कमरे को आनंद ने पिंटू शर्मा को दे दिया है। शनिवार की दोपहर एक बजे पिंटू से मिलने विकास पहुंचा। दोनों कमरे में बैठे थे। तभी कुछ लोग पहुंचे। उन लोगों ने जबरन दरवाजा खुलवाने की कोशिश की। न खोलने पर पैर से धक्का देकर जबरन भीतर घुस गए। दोनों भाइयों को पीटने लगे। दोनों को घसीटकर गैलरी में ले गए। शोर सुनकर आसपास के कमरों से छात्र निकले तो हमलावर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। किसी ने यूपी 100 को सूचना दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि इसके पहले करीब सवा 12 बजे डेलीगेसी के पास दो गुटों के बीच मारपीट हुई थी।

हनक दिखाने के लिए तड़तड़ाई गोलियां

जांच में सामने आया कि शुक्रवार की शाम भी दोनों पक्षों के लोग भिड़े थे। हॉस्टल कैंपस में मारपीट के बाद मामला शांत हो गया था। उसी विवाद को लेकर दोनों पक्ष भिड़े थे। हॉस्टल में विवाद की सूचना पाकर वार्डेन और अधीक्षक पहुंचे। यूनिवर्सिटी के अधिकारी छात्रों से जानकारी जुटा रहे थे तभी कुछ देर बाद एक लग्जरी वाहन पर सवार 10-12 लोग पहुंचे। धड़धड़ाते हुए हॉस्टल में घुसे मनबढ़ों ने हवा में गोलियां दागनी शुरू कर दी। गेट तक ताबड़तोड़ फायरिंग करके फरार हो गए। कैंपस में दोबारा फायरिंग से सनसनी फैल गई। सूचना पाकर सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र मौके पर पहुंचे। छानबीन में पुलिस ने खोखे बरामद किए। लेकिन किसी ने इस संबंध में कोई तहरीर नहीं दी। जांच में सामने आया कि कुछ माह पहले दोनों गुटों में विवाद हुआ था। हॉस्टल गेट से लेकर पांडेय पेट्रोल पंप तक दौड़ाकर एक गुट ने दूसरे गुट को पीटा था। चार साल पहले भी दोनों गुटों में विवाद हुआ था। तब अमन यादव के नाम से कमरा एलाट हुआ। बाद में उनके भाई के नाम से कमरा हो गया।

वर्जन

इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। पिटाई का आरोप लगाने वाले छात्रों का मेडिकल कराया गया है। तहरीर के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट