- पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन के प्रबंधक ने इन्वेंसी कंपनी पर दर्ज कराया गबन का मुकदमा
GORAKHPUR: दो दिन पहले खजनी मे चरनाद गांव में टावर गिरने के मामले में मोड़ आ गया है। मामले में पावर ग्रिड कारपोरेशन आफ इंडिया के प्रबंधक दिवेश कुमार ने कार्यदायी संस्था इन्वेंसी कंपनी पर गबन व वसूली का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने हरपुर बुधहट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए संस्था पर 7म् लाख रुपए की वसूली का आरोप लगाया है। अभी टावर तैयार भी नहीं हुआ कि वह गिर गया। टावर के गिरने से उसमें प्रयुक्त होने वाले सामान की गुणवत्ता तथा सुरक्षा प्रबंध को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। टावर गिरने से एक मजदूर भी घायल हो गया था।
यह था मामला
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन आफ इंडिया की ओर से खजनी के चरनाद गांव में बिजली सप्लाई के लिए टावर लगाया जा रहा था। यह काम दिल्ली की इन्वेंसी कंपनी को दिया गया था। यहां टावर पिछले फ् माह से लगाया जा रहा था। इसे खड़ा करने में सुरक्षा उपकरणों व सपोर्टिग आदि को लेकर विगत दो-तीन दिनों से मजदूरों ने काम बंद कर दिया था। टावर खड़ा करने का काम करने वाली कंपनी के ठेकेदारों ने काम शुरू करने के लिए मजदूरों पर लगातार दबाव बनाया था। शुक्रवार की सुबह टावर का पूरा ढाचा भरभरा कर जमीन पर गिर गया। इसमें कानपुर निवासी मजदूर ओमप्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। भीड़ हटाने के लिए पुलिस का सहयोग लेना पड़ा। मजदूरों व विभागीय लोगों का मानना है कि टावर निर्माण मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा था। इसी को देखते हुए कार्य की जिम्मेदारी संभाल रही इन्वेंसी कंपनी के खिलाफ पावर ग्रिड के प्रबंधक ने गबन व वसूली का मुकदमा दर्ज कराया है। इन टावरों पर पावर ग्रिड की हाई फ्रिक्वेंसी बिजली के तार लगाए जाते हैं। तार लगने पर यह टावर यदि गिरता तो जानमाल का नुकसान तय था।
कौन है इस घटिया काम का जिम्मेदार?
इस मामले का जो भी जिम्मेदार हो, लेकिन नुकसान सरकार का ही हुआ है। पिछले एक साल से गोरखपुर में बिजली सप्लाई करने के लिए केंद्र सरकार टावरों का निर्माण करा रही थी। इस टावर के निर्माण की जिम्मेदारी दिल्ली की इन्वेंसी कंपनी को दी गई थी। इसी योजना के तहत खजनी के चरनाद गांव में इसी माह टावर बनाया था। चार दिन से मजदूर जाने से मना कर रहे थे। ख्8 नवंबर को यह टावर अचानक गिर गया।
यूपी में हैं ऐसे मामले
- डेढ़ साल पहले कुशीनगर में फैंचाइजी द्वारा ब्0 लाख रुपए का बिल में घालमेल।
- जनवरी ख्0क्फ् में गोरखपुर ग्रामीण में फैंचाइजी द्वारा 80 लाख का घालमेल।
- ख्0क्फ् में महानगर विद्युत वितरण निगम में एसबीएम से एक करोड़ के लगभग घोटाला।
- एक माह पहले ग्रामीण अंचल में फैंचाईजी द्वारा 7म् लाख रुपए की वसूली होने के बाद भी जमा न करने का मामला।
- सिटी में म् अफसरों का फर्जी आईडी बनाकर डेढ़ लाख का बिल कम किया गया।
- बक्शीपुर में एसडीओ के आईडी से ब्9 दिन तक बिल कम किया गया।
- राप्तीनगर में कैश लेकर चेक जमा करने और बाद में चेक बाउंस हो जाना।