- बरगदवां में अवैध वसूली का मामला

- चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों पर गिरी गाज

GORAKHPUR: सोनौली हाइवे के क्षतिग्रस्त महेसरा पुल से ट्रक पार कराने की कीमत पुलिस कर्मचारियों को चुकानी पड़ेगी। रुपए लेकर ट्रक पास कराने के आरोपी तीन सिपाहियों के खिलाफ गुरुवार को मुकदमा दर्ज हुआ। एसओ चिलुआताल रामपाल यादव की तहरीर पर कांस्टेबल रियाज अहमद, वीरेंद्र सिंह और सुरेश यादव के खिलाफ कार्रवाई हुई। एसएसपी अनंत कुमार ने तीनों को संस्पेंड करते हुए चौकी प्रभारी और अन्य सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया था।

जर्जर पुल से होती खूब कमाई

चिलुआताल का महेसरा पुल दो बार टूट चुका है। पुल के जर्जर होने की वजह से उस पर 25 टन भार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लग गई। इस रोक का नाजायज फायदा पुलिस कर्मचारी उठाने लगे। बरगदवां चौकी पर तैनात सिपाही तीन सौ रुपए प्रति ट्रक वसूलकर पुल पार कराना शुरू करा दिया। पुल से गुजरने वाली गाडि़यों पर दोनों ओर मौजूद सिपाही नजर रखते है। ओंकार नगर तिराहे पर लगने वाली पिकेट के सिपाही भी वसूली कराते हैं। पुलिस की वसूली का वीडियो बनाकर किसी ने एसएसपी को सौंप दिया। हकीकत सामने आने पर एसएसपी ने कार्रवाई की। मंगलवार की देर रात कप्तान ने बरगदवां चौकी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को लाइन हाजिर कर दिया। वसूली में शामिल धीरेंद्र, रियाज और सुरेश को तत्काल प्रभाव से संस्पेंड कर दिया।

सीओ की जांच में मिले दोषी

वसूली की शिकायत सामने आने पर एसएसपी ने सीओ गोरखनाथ से जांच कराई। जांच में मामला सही पाया गया। रुपए लेकर ट्रकों की आवाजाही की बात सामने आई। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने कड़ा एक्शन लिया। उन्होंने तीनों सिपाहियों धीरेंद्र, रियाज और सुरेख के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया। एसओ चिलुआताल रामपाल यादव की तहरीर पर थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत किस दर्ज किया गया। सिपाहियों के खिलाफ एफआईआर से हड़कंप मच गया। यहां बता दें कि बरगदवां चौकी पर तैनाती के लिए सिपाहियों में होड़ मची रहती है। पुल टूटने के बाद करीब पांच बार बरगदवां चौकी के लोगों पर कार्रवाई हो चुकी है।

वसूली के आरोपी तीन सिपाहियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया गया है। एसएसपी के निर्देश पर मामले की जांच हुई थी।

रामपाल यादव, एसओ, चिलुआताल