- नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट में लगी आग, मौके पर पहुंचे नगर आयुक्त व टीम
- नगर आयुक्त ने किया मौके का मुआयना, शॉर्ट सर्किट से आग लगने की कही बात
- टैक्स डिपार्टमेंट में जोन टू की रखी हुई फाइलें जलकर हुई राख, चार सदस्यीय टीम कर रही जांच
GORAKHPUR: नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट में गुरुवार सुबह आग लग गई। नगर निगम कर्मचारियों ने आनन-फानन में आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन यंत्रों के सहारे आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी। मगर आग को काबू न होता देख दूसरे कर्मचारियों ने इसकी तत्काल इसकी सूचना फायर बिग्रेड को दी। दस मिनट के भीतर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ी ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। नगर आयुक्त की माने तो शॉर्ट सर्किट से आग लगी है, लेकिन कितनी फाइलें जली हैं इसकी जानकारी नहीं है। इसकी जांच पड़ताल के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।
समय रहते आग पर काबू
गुरूवार की सुबह 9.35 बजे नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट अचानक धुआं निकलते देख सफाई कर्मचारी और क्लर्क घबरा गए। टैक्स डिपार्टमेंट के भीतर से निकल रहे धुएं को देखते ही मौके पर मौजूद कर्मचारियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। मौके पर रखे 6 अग्निशमन यंत्र और फायर बिग्रेड विभाग की मदद से आग पर काबू पाया। टैक्स डिपार्टमेंट में इस कदर धुआं भरा था कि वहां पहुंचने में कर्मचारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया।
सूचना पाते ही पहुंचे जिम्मेदार
टैक्स डिपार्टमेंट में आग लगने की सूचना पाते ही सबसे पहले नगर आयुक्त मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग लगने की वजह जानने का प्रयास किया। काफी देर तक पूछताछ के बाद कर्मचारियों ने बताया कि बीते दिनों टैक्स डिपार्टमेंट में इलेक्ट्रिक वायरिंग के रिपेयरिंग वर्क हुए थे। भीतर से लगे एसी के प्लग सॉकेट के पास शॉर्ट सर्किट से आग लगी। वहीं कुछ कर्मचारी इसे सोची समझी साजिश करार देने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि फाइलें नष्ट करने के लिए जानबूझकर आग लगाई गई है। वहीं मौके पर एडीएम सिटी बीएन सिंह, सीओ कोतवाली अशोक पांडेय ने घटना स्थल का जायजा लिया। इनके बाद पहुंची मेयर डॉ। सत्या पांडेय ने भी मौके का मुआयना किया।
चार सदस्यीय टीम गठित
आग लगने से शहर के जोन टू की रखी हुई फाइलें जल कर राख हो गई। नगर निगम से जुड़े हुए लोगों की माने तो जोन टू देवेंद्र तिवारी कलर्क के जिम्मे में हैं। जो फाइलें जलकर राख हुई हैं। उनमें से ज्यादातर नामातंरण और विवादित फाइलें हैं। जितनी भी फाइलें जलकर राख हुई हैं उन सभी फाइलों की डीटेल निकलवाने के लिए नगर आयुक्त ने चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। इनमें सहायक नगर आयुक्त स्वर्ण सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रबीस चंद्र, मुख्य लेखा परीक्षक इसरार अंसारी व सहायक लेखा परीक्षक शामिल हैं। ये टीम जली हुई फाइलों की संख्या की रिपोर्ट तैयार करेंगी।
आग लगी है या लगाई गई है ?
नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट में लगी आग संदेह के घेरे में है। कुछ कर्मचारी इसे शॉर्ट सर्किट नहीं बल्कि विवादित फाइलों को जड़ से समाप्त करने की साजिश बता रहे हैं। उनका कहना है कि साजिश के तहत फाइलों को जलवाया गया है। वहीं नगर निगम के रेंट डिपार्टमेंट में कार्यरत कर्मचारियों की मानेंतो टैक्स डिपार्टमेंट की ज्यादातर फाइलें कंप्यूटराइज्ड हो चुकी हैं। सारे डाटा भी ऑनलाइन हो चुके हैं, लेकिन विवादित मामले की फीडिंग नहीं की जाती है। ऐसे में केवल विवादित मामलों की ही फाइलें क्यों जली? यह एक बड़ा सवाल है। कुछ लोगों का यह भी मानना था कि जो फाइलें जलकर राख हुई हैं, इनके निवारण के लिए कई बार कुछ कर्मचारी नगर निगम के जिम्मेदारों से दबाव भी बना चुके थे।
पार्षद ने की जांच की मांग
नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट में लगी आग को लेकर वार्ड नंबर 61 के पार्षद मनीष सिंह ने जांच की मांग की है। मनीष बताते हैं कि टैक्स डिपार्टमेंट में लगे आग में सबसे ज्यादा उनके वार्ड की फाइलें जली हैं। आग केवल एक से दो आलमारी में लगी है। ऐसे में संदेह का प्रश्न है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। इस घटना की जांच निगम प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को करनी चाहिए। इस मामले में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई भी होनी चाहिए।
शॉर्ट सर्किट से आग लगी है। जोन टू की फाइलें जली हैं। इसके लिए जांच कमेटी बना दी गई है। जो भी रिपोर्ट आएगी। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
राजेश त्यागी, नगर आयुक्त, नगर निगम गोरखपुर