- 22 अप्रैल को हुआ था तिलक, 28 को होनी थी शादी
- लड़की बोली कि वह किसी और से करती है प्यार
GAGHA/BHALUAN:
हम दोनों की 2 दिन बाद ही शादी है लेकिन अब भी यदि मैं अपनी बात नहीं कह पाई तो खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी। मेरे परिवार वाले मेरी भावनाओं को नहीं समझ रहे लेकिन मुझे यकीन हैं कि आप मुझे समझेंगे। मैं एक लड़के से प्यार करती हूं। प्लीज, मैं आपसे शादी नहीं कर सकती। यदि आप चाहें तो यह शादी रुक सकती है। प्लीज मेरी हेल्प कीजिए। मेरे प्यार और मेरी जिंदगी का सवाल है कुछ इन्हीं शब्दों में जब मंगेतर ने अपने मन की बात लड़के से कही तो उसने उसका साथ देने का वादा किया और घर वालों को शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों परिवारों की पंचायत हुई और आपसी सहमति से रिश्ते को तोड़ दिया गया। वाकया, गगहा क्षेत्र के एक गांव का है।
22 अप्रैल को हुआ था तिलक
गगहा क्षेत्र के एक युवक की शादी देवरिया जिले के बारा दीक्षित स्थित एक गांव में तय थी। 22 अप्रैल को धूमधाम से तिलक हुआ। लड़की पक्ष ने शादी में तय सामान तिलक के दिन ही दे दिया। 28 अप्रैल को बारात जानी थी। लड़के वाले बारात निकालने और लड़की वाले बारात के स्वागत की तैयारी में जुटे थे। दोनों घरों में खुशियां थीं और नाते-रिश्तेदार जुटे हुए थे। शादी के पहले की रस्म अदायगी हो रही थी। इसी बीच रविवार को लड़की ने लड़के से अपने मन की बात कह डाली।
लड़के ने मान ली बात
लड़की ने लड़के को बताया कि उसके माता-पिता उसकी मर्जी के खिलाफ उसकी शादी कर रहे हैं। वह किसी और लड़के को पसंद करती है। पहले तो लड़के को झटका लगा। उसने काफी सोच-विचार किया। घर की इज्जत का भी सवाल था। लेकिन, बाद में उसने सोचा कि यदि ऐसी शादी हो भी गई तो दोनों जिंदगियां और दोनों परिवार कभी सुखी नहीं रह पाएंगे। उसने लड़की को भरोसा दिया और अपने घर वालों को अपना निर्णय सुना दिया।
लौटाया सामान
जैसे ही लड़के वालों ने लड़की पक्ष के लोगों को फोन कर शादी से इनकार किया, वे भी चौंक गए। उन्होंने काफी समझाने की कोशिश की और दोनों परिवारों में सोमवार को इसे लेकर पंचायत हुई। लड़का अपने निर्णय पर अड़ा रहा। इसके बाद दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से रिश्ता तोड़ने का निर्णय लिया। तिलक में खर्च रुपए काटकर लड़के वालों ने लड़की पक्ष को बाकी पैसे और सामान वापस कर दिए। क्षेत्र में इस वाकये की खूब चर्चा है।