गोरखपुर (ब्यूरो)। इस तरह लोगों को बहुत जल्द 181 फीडरों से बिजली सप्लाई मिलने लगेगी। इसका फायदा लंबे फीडरों के अंतिम छोर वाले कंज्यूमर्स को मिलेगा। उन्हें लो-वोल्टेज वाली बिजली सप्लाई की बजाए बेहतर सप्लाई मिलेगी। फीडर छोटा होने से आए दिन फॉल्ट के कारण होने बिजली बाधित होने की समस्या का निवारण भी होगा।

33 फीडर चिन्हित

महानगरीय वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में वितरण सिस्टम को फाल्ट मुक्त बनाने के क्रम में ओवरलोड से प्रभावित 33 फीडरों को चिन्हित किया गया है। उन्हें दो हिस्सों में बांटकर छोटा किया जाएगा। इसके लिए तैयार प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के साथ ही बजट भी आंवटित हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया फाइनल होने के बाद बहुत जल्द काम भी शुरु करा दिया जाएगा। इस काम के होने के बाद लम्बे फीडरों के अंतिम छोर वाले कंज्यूमर्स को बेहतर बिजली सप्लाई के साथ ही उन्हें लो-वोल्टेज की समस्या से राहत मिलेगी। आए दिन फाल्ट होने के कारण बिजली बाधित होने की समस्या से निजात भी मिलेगी। फीडर छोटा होने से निगरानी में भी आसानी होगी। कंज्यूमर्स को भी बेहतर सप्लाई मिलने लगेगी। लो-वोल्टेज जैसी समस्या नहीं सताएगी।

डिवीजन फीडर की संख्या

प्रथम 61

सेकेंड 39

थर्ड 16

फोर्थ 32

25 कुल बसस्टेशन की संख्या

462 एमवीए की क्षमता

148 कुल फीडर की संख्या

उपखंड का नाम, रूस्तमपुर, गोलघर, लालग्गिी

खंड द्वितीय-बक्शीपुर, सूरजकुंड, औद्योगिक आस्थान

खंड तृतीय-मोहद्दीपुर, खोराबार

खंड चतुर्थ-राप्तीनगर, शाहपुर

ओवरलोड की जद में आए 33 फीडरों को छोटा कर दो टुकड़ों में बांटने का काम टेंडर प्रक्रिया के बाद शुरु करा दिया जाएगा। इस काम पर 26 करोड़ खर्च होंगे। इससे कंज्यूमर्स को काफी सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही 11 फीडरों पर डबल सर्किट लाइन बनेगी। एक लाइन में फाल्ट होने पर दूसरे से कुछ देर में ही सप्लाई चालू हो जाएगी।

ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर