गोरखपुर (ब्यूरो)। जबकि कहा जाता है कि जेल की हवा खाने के बाद बड़े से बड़े सूरमा भी सुधर जाते हैं। पर कुछ बदमाश जेल को ही अपना दूसरा घर समझ रहे हैं। बेल कराकर बाहर आ रहे हैं और फिर जेल जाने की व्यवस्था बना ले रहे हैं।

जेल में करते हैं पूजा पाठ

बताया जाता है कि लंबी जेल काटने वाले बंदी छूटने के लिए पूजा पाठ करते हैं। अपराध से तौबा करने की कसम भी खाते हैं। साथ ही जेल के अंदर प्रशासन की तरफ से काउंसिलिंग भी कराई जाती है। ताकि बंदी के व्यवहार में सुधार आए। जेल में लाइब्रेरी भी बनाई गई है, जहां अच्छे - अच्छे राइटर की किताबें बंदियों के पसंद की अवेलबल कराई जाती हैं। यह किताबें भी अच्छा संदेश देकर बंदियों को सुधारने में मददगार साबित होती है। लेकिन बहुत से बंदी की सोच इससे इतर होती है, जो बार-बार जेल काटने के लिए तैयार रहते हैं।

केस - 1

जेल से छूटकर की लूट

आठ दिसंबर को गुलरिहा थाना क्षेत्र में सराफा व्यापारी को बदमाशों ने पिस्टल सटाकर लूट कर दी थी। सराफा व्यापारी से दो लाख रुपए के जेवर और नकदी लेकर बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने 50 सीसीटीवी कैमरे की मदद से 11 दिसंबर को दोनों बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। बदमाश की पहचान गुरू नगर चिलुआताल निवासी पवन साहनी और जंगल धुषण निवासी लक्ष्मण निषाद के रूप में हुई। पुलिस की जांच में पता चला कि पवन पर 8 मुकदमे चोरी और लूट के गुलरिहा थाने में दर्ज हैं। वह फरवरी माह में लूटकर जेल गया था। अभी हाल ही में जेल से छूटा और उसने फिर व्यापारी के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया।

केस - 2

रेप में गया जेल, छूटकर फिर किया दुष्कर्म और हत्या

पांच जून की देर रात चिलुआताल परमेश्वरपुर से एक 3 साल की बच्ची का अपहरण हो गया था। जिसकी सूचना परिवार वालों ने पुलिस को दी। तभी 7 जून को एक खाली प्लाट में बच्ची का शव मिला। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि 5 जून को ही परमेश्वरपुर निवासी मिथलेस विश्वकर्मा जमानत पर छूटा था। वह अपनी 9 साल की भतीजी के साथ रेप के आरोप में जेल गया था। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने मिथलेस को अरेस्ट किया। तब सारी हकीकत पता चल गई। मिथलेस ने बताया कि वह बच्ची को मारकर उसके साथ रेप किया था। इसके बाद बच्ची के शव को खाली प्लाट में फेक कर भाग गया था।

केस- 3

जेल से छूटकर लूटने लगे चेन

शाहपुर पुलिस ने अगस्त माह में दो बदमाश चेन स्नेचिंग में अरेस्ट किया। पकड़े बदमाशों की पहचान तिवारीपुर के नीशू पासवान और सुर्यकुंड निवासी विजय कुमार गौड़ के रुप में हुई। इनपर पहले से 9 मुकदमे दर्ज पाए गए। दोनों अगस्त माह में ही जेल से छूटकर बाहर आए थे।

केस - 4

ऑटो में महिलाएं छिनती हैं चेन

शहर में आए दिन ऑटो में महिलाओं से चेन छिनने के मामले सामने आते हैं। इन घटनाओं को महिलाओं की गैंग द्वारा अंजाम दिया जाता है। यह महिलाएं गोद में बच्चे को लेकर ऑटो में चढ़ती हैं। फिर आपस में लड़ाई कर ऑटो में बैठी महिला के गले से चेन उड़ा देती हैं। बताया जाता है कि यह महिलाएं कई बार जेल जा चुकी हैं। इनकी पूरी टीम का यही काम है, उनका जेल से बाहर आना और फिर अंदर जाना लगा रहता है।