- माता-पिता ने बेटे व एक अन्य संग खुद को आग के हवाले करने की कोशिश की, चार पर केस
- DM ऑफिस के सामने सात दिन से धरने पर बैठा परिवार लगा रहा था न्याय की गुहार
GORAKHPUR: डीएम ऑफिस पर सात दिन से धरने पर बैठे चिलुआताल एरिया के परिवार ने बुधवार को आत्मदाह करने की कोशिश की। न्याय की गुहार लगा रहा व्यक्ति, पत्नी और बेटे सहित शरीर पर मिट्टी का तेल डाल खुद को आग लगाने पर आमादा हो गए। तत्काल हरकत में आई पुलिस ने परिवार के चार सदस्य को पकड़ लिया। इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर उन्हें कैंट थाने भेज दिया गया। एसएसपी के निर्देश कैंट थाने में आत्मदाह करने वाले चार के खिलाफ केस दर्ज किया गया। यह परिवार सात दिन से डीएम ऑफिस के सामने धरने पर बैठा था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई थी।
फर्जी केस में फंसाने का आरोप
चिलुआताल एरिया के रहने वाले गुलाम मुस्तफा, उनकी पत्नी हदीसुन निशा और बेटा जुल्फिकार अली व एक अन्य सात दिन से डीएम ऑफिस पर धरने पर बैठे थे। उनका आरोप था कि चिलुआताल पुलिस ने उन्हें फर्जी केस में फंसा दिया है। इसे लेकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। मुस्तफा के परिवार का कहना था कि पुलिस जिस घटना में उन्हें फंसाकर पहले जेल भेज चुकी है उससे उन लोगों का कोई लेना देना नहीं है। वहीं फरियाद करने पर भी किसी अधिकारी ने उनकी बात नहीं सुनी। इससे निराश हो तीनों ने आत्मदाह करने का फैसला कर लिया। वहीं, इस घटना के बाद हरकत में आए प्रशासन ने पूरे मामले की जांच कराकर सच्चाई का पता लगाने की कवायद शुरू की।
मच गई अफरा-तफरी
बुधवार दोपहर 12 बजे डीएम, सिटी मजिस्ट्रेट और एसएसपी समेत आला अफसर अपने कार्यालयों में व्यस्त थे। इसी बीच परिसर में धरने पर बैठे एक परिवार ने अचानक हंगामा शुरू कर दिया। वे लोग अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह की चेतावनी देने लगे। इसकी जानकारी मिलते ही महकमे में अफरा-तफरी मच गई। अधिकारी दफ्तर से बाहर निकल आए। पुलिस कर्मियों के सहयोग से परिवार को आत्मदाह करने की कोशिश के लिए तत्काल अरेस्ट कर लिया गया।
वर्जन
यह 2010 का मामला है। इसकी विवेचना पूरी हो चुकी है लेकिन परिवार इससे संतुष्ट नहीं है। उनका आरोप है कि उन्हें फर्जी तरीके से फंसाया गया। उन्होंने डीएम ऑफिस पर आत्मदाह करने की कोशिश की। उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
- हेमराज मीणा, एसपी सिटी