शासन का आदेश है कि यूपी के सभी जिले में निवास करने वाले लोगों का फैमिली आईडी कार्ड बनाया जाना है.जिनके पास राशन कार्ड हैै, उनका कार्ड नंबर ही फैमिली आईडी कार्ड में परिवर्तित हो जाएगा। जबकि बगैर राशन कार्ड धारकों को अपना आवेदन ऑनलाइन कॉमन सर्विस सेंटर या फिर ई-डिस्ट्रिक्ट ऑफिस से करना होगा। गोरखपुर जिले के लिए ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज श्रीवास्तव को फैमिली कार्ड का नोडल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि 7,98,000 राशन कार्ड होल्डर हैैं, लेकिन इसके अतिरिक्त जितने भी हैैं। उन सभी को बनवाना अनिवार्य है।

सभी का आधार कार्ड जरूरी

ऑनलाइन आवेदन करने वाले आवेदकों को 15 डिजिट का अप्लीकेशन नंबर मिलेगा। इसको पूरा करने के बाद 12 डिजिट का फैमिली आईडी कार्ड जारी हो जाएगा। आवेदन में परिवार के सभी सदस्यों को आधार कार्ड लगाना होगा। आवेदन के बाद फिजिकली वेरिफिकेशन भी कराया जाएगा। इन सभी आधार पर अलग-अलग ओटीपी आएगा। उसे आवेदन में दर्ज कराना होगा।

आवेदन के लिए यह है जरूरी

- फैमिली आईडी रजिस्ट्रेशन के लिए परिवार के सभी सदस्यों का आधार होना चाहिए।

- आधार मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए, जिससे कि ओटीपी वेरिफिकेशन हो सके।

- प्रत्येक फैमिली आईडी रजिस्ट्रेशन के समय परिवार के सभी सदस्यों का आधार संख्या के सापेक्ष ओटीपी आधारित ई-केवाईसी होगा।

- यदि परिवार का कोई सदस्य पूर्व में किसी अन्य परिवार से जुड़ा हुआ है, तो उसका रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकेगा।

- आवेदक अपना रजिस्ट्रेशन ई डिस्ट्रिक्ट या जन सेवा केंद्र्र से आवेदन कर सकते हैैं।

- आवेदक अपना नाम एवं मोबाइल नंबर के माध्यम से मोबाइल ओटीपी तथा कैप्चा का उपयोग कर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन पूरा करेगा।

फैमिली आईडी बनाने को लेकर प्रशिक्षित किए गए कर्मी

हर परिवार की फैमिली आईडी बनाने का काम शुरू हो गया है। संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर एवं राजस्व कर्मी को प्रशिक्षण देने का काम भी सोमवार से शुरू कर दिया गया। तहसील सभागार में मास्टर ट्रेनर के रूप में ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज कुमार श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण दिया। उन्होंने फैमिली आइडी पोर्टल की ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। सोमवार को ही चौरी चौरा तहसील में भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रदेश में शुरू की गई एक परिवार एक पहचान योजना के तहत हर परिवार की फैमिली आइडी बननी है। इसी को लेकर प्रशिक्षण शुरू किया गया है। सहजनवा तहसील में 28 फरवरी को, खजनी में एक मार्च, बांसगांव में दो मार्च, कैंपियरगंज में तीन मार्च व गोला तहसील में चार मार्च को प्रशिक्षण दिया जाएगा।