- सेंट्रल पैथालॉजी के कर्मचारी ने किया था दावा

GORAKHPUR: मेडिकल कॉलेज के सेंट्रल पैथालॉजी में तैनात कर्मचारी की गरदन पकड़कर बदमाशों ने एक लाख रुपए लूट लिए। घटना मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे कैंपस में तब हुई जब कर्मचारी बैंक से रुपए निकालकर पैदल घर जा रहा था। कर्मचारी की सूचना पर गुलरिहा पुलिस ने जांच शुरू की तो लूट की हवा निकल गई। पुलिस ने दावा किया नाना के रुपए हड़पने को कर्मचारी ने लूट की फर्जी कहानी गढ़ी थी।

पीछे से आए बदमाश

मोगलहा निवासी देवेश पांडेय मेडिकल कॉलेज के सेंट्रल पैथालॉजी में लैब टेक्नीशियन है। उसका बैंक एकाउंट मेडिकल कॉलेज स्थित एसबीआई की ब्रांच में है। देवेश के मुताबिक मंगलवार दोपहर तीन बजे वह रुपए निकालने पहुंचा। अपने एकाउंट से दो लाख 80 हजार निकालकर अलग-अलग जगह रख लिया। 50-50 हजार पैंट की जेब में रखी जबकि एक लाख 80 हजार टी-शर्ट के नीचे पेट में छिपा लिया। बैंक से वह पैदल ही लैब की ओर जाने लगा। तभी पीछे से एक बाइक सवार तीन बदमाशों ने उसको रोक लिया।

गरदन पकड़कर टटोल ली जेब

लैब टेक्निशियन कुछ समझ पाता। इसके पहले तीनों ने उसको रोक लिया। एक बदमाश ने उसकी गरदन पकड़ ली। दो अन्य ने पैंट की जेब में रखा 50-50 हजार रुपया निकाल लिया। कैंपस में मौजूद लोग कुछ समझ पाते। इसके पहले बदमाश बाइक लेकर फरार हो गए। कर्मचारी ने शोर मचाया तो लोगों को जानकारी हुई। वारदात की सूचना पर गुलरिहा पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई।

बैंक से खुली लूट की पोल

जांच में जुटी पुलिस ने लैब टेक्निशियन का बैंक एकाउंट चेक किया। तब पता चला कि एक लाख 80 हजार रुपए निकाले गए थे। पुलिस के टाइट होने पर लैब टेक्निशियन ने बताया कि उसके मामा आशुतोष बाराबंकी में कानूनगो हैं। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कई लोगों का कर्ज दिया था। कर्ज वसूलने की जिम्मेदारी उन्होंने उसको दे दी। कुछ बकायेदारों से मिला पैसा उसने अपने एकाउंट में सुरक्षित कर दिया। दो दिन बाद उसे एक लाख रुपए मिलने वाले थे। इसलिए मंगलवार को लूटपाट की झूठी कहानी गढ़ दी।

वर्जन

जांच में युवक की असलियत सामने आ गई है। मामा के पैसे हड़पने को उसने फर्जी कहानी बनाई। उसके खिलाफ पुलिस को झूठी देने के मामले में कार्रवाई की जाएगी।

सुनील सिंह, एसओ गुलरिहा