- फार्मासिस्ट ने दर्द की जगह लगाया एंटी रेबीज इंजेक्शन
- पुलिसकर्मियों ने एआरवी सेंटर पर काटा बवाल
GORAKHPUR : डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में गलतफहमी में एक फार्मासिस्ट ने दरोगा जी को दर्द की बजाय एंटी रेबीज इंजेक्शन लगा दिया। जब साहब को पता चला तो उनके साथ आए पुलिसवालों ने खूब हंगामा मचाया। गुस्साए पुलिसकर्मियों ने फार्मासिस्ट और चीफ फार्मासिस्ट की पिटाई कर दी। मामले की जानकारी मिलने पर डॉक्टर्स और अन्य हेल्थ एंप्लाईज ने बीच बचाव किया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
गलतफहमी में लगा दिया इंजेक्शन
देवरिया निवासी नियाज अहमद गोरखपुर पुलिस लाइंस में दरोगा के पद पर तैनात हैं। कई दिनों से उनके दाहिए पैर में परेशानी थी। मंडे को चार पुलिसकर्मी उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। आर्थो ओपीडी में डॉक्टर अम्बुज श्रीवास्तव ने देखने के बाद पर्ची पर एक दर्द काइंजेक्शन और कुछ दवाइयां लिख दीं। पुलिसकर्मी इंजेक्शन लगवाने के लिए एआरवी सेंटर पहुंचे। यहां पेशेंट्स की भीड़ लगी हुई थी और एंटी रेबीज इजेक्शन लगाए जा रहे थे। पुलिसकर्मियों ने दरोगा को फार्मासिस्ट के बगल की कुर्सी पर बिठा दिया। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने दबंगई दिखाते हुए जल्द इंजेक्शन लगाने की बात कही, फार्मासिस्ट एमएन चौधरी ने एंटी रेबीज इजेक्शल लगा दिया। बाद में पता चला कि उन्हें दर्द का इंजेक्शन लगाया जाना था।
पता चला तो मच गया बवाल
जैसे ही नियाज अहमद को एंटी रेबीज लगाए जाने की जानकारी मिली, सेंटर पर बवाल मच गया। पुलिसकर्मियों ने फार्मासिस्ट एमएन चौधरी और चीफ फार्मासिस्ट आरएस विश्वकर्मा की पिटाई कर दी। गलत तरीके से इंजेक्शन लगने के बाद दारोगा नियाज अहमद घबरा गए। तत्काल डॉ। बीके सुमन को चेकप करने के लिए बुलाया गया। बीपी चेक करने के बाद उन्हें हृदय रोग विभाग के लिए भेज दिया गया। जहां उनका ईसीजी कराया गया। जांच में सब कुछ ठीक मिला।
सादी वर्दी में चार पुलिसकर्मी एक दारोगा नियाज अहमद के साथ आए थे। पहले उन्होंने आर्थो ओपीडी में बवाल काटा। इसके बाद एआरवी सेंटर पर एक मरीज की कुत्ता काटने की पर्ची लेकर खुद बैठ गए। जिससे अंजाने में उन्हें एंटी रेबीज इंजेक्शन लग गया। मामले की जांच कराई जाएगी।
डॉ। एचआर यादव, एसआईसी, जिला अस्पताल