- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जगह मारा छापा

- गीडा एरिया स्थित अस्पतालों में हो रही सर्जरी पर नहीं मिले कागजात

GORAKHPUR: स्वास्थ्य विभाग का झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ सघन जांच अभियान जारी है। इसी क्रम में सोमवार को सीएमओ को गीडा क्षेत्र में चलने वाले कृष्ण अस्पताल के खिलाफ शिकायत मिली। इसके बाद सीएमओ डॉ। रविंद्र कुमार ने डिप्टी सीएमओ डॉ। एनके पांडेय और केके श्रीवास्तव को मामले की जांच के लिए मौके पर भेजा। जांच टीम जब अस्पताल पहुंची तो वहां दो मरीज मिले। दोनों का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर नदारद थे। अस्पताल संचालक भी गायब मिले।

नहीं मिले कोई कागजात

जांच टीम को पता चला कि अस्पताल का पंजीकरण है, लेकिन दूसरा कोई कागज अस्पताल के कर्मचारी नहीं दिखा सके। इसके बाद जांच टीम ने बगल के मनु अस्पताल पर छापा मारा। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई की भनक लगते ही अस्पताल के ज्यादातर कर्मचारी व संचालक फरार हो गए। अस्पताल में कोई मरीज नहीं मिला। दोनों अस्पतालों के संचालकों को टीम ने कागजात के साथ तलब किया है।

दवा दुकान से चल रहा खेल

जांच टीम ने पिपरौली के वसंधरा चौराहे पर स्थित बंगाली डॉक्टर मिलन बिस्वास की दवा दुकान पर भी छापा मारा। उन पर एलोपैथिक विधा से मरीजों का इलाज करने का आरोप था। जांच में दुकान का लाइसेंस सही था। वहीं, इलाज में प्रयोग किए जाने वाला आला, विगो, बीपी मशीन, एलोपैथिक दवाएं और फिजिशियन सैंपल मिला। टीम ने इनको सील कर कथित डॉक्टर को नोटिस दी है।