- गोलघर में ग्वालिया कटरा में 5-6 की संख्या में पहुंचकर मांगा बिजली बिल
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : जनवरी और फरवरी में बिजली चेकिंग अभियान समाप्त होने के बाद सिटी में फर्जी टीम घूमने लगी है। 28 फरवरी को चेकिंग अभियान समाप्त होने के बाद से लेकर 10 मार्च तक दो एरिया में फर्जी बिजली कर्मचारी पहुंचकर बिजली चेकिंग का मामला सामने आया है। 28 फरवरी को झरना टोला में और 10 मार्च को गोलघर के ग्वालिया कटरा में बिजली विभाग के कर्मचारी बनकर पहुंची टीम ने चेकिंग के दौरान कई कंज्यूमर्स को चुना लगा दिया।
परिचय पत्र मांगते ही भाग खड़े हुए कर्मचारी
ग्वालिया कटरा के एक दुकानदार ने बताया कि दोपहर 1 बजे के लगभग 5-6 की संख्या में कुछ लोग आए और हमसे बिल मांगने लगे। शकील और अमित नाम के दो कर्मचारियों ने कहा कि हम बिजली विभाग से हैं और चेकिंग करने आए हैं। इसी बीच कई और लोग एकत्रित हो गए। जब हम लोगों ने उन लोगों से आईकार्ड की मांग की और लोगों का विरोध बढ़ा तो सभी वहां से भाग गए। इस संबंध में जेई सुनील कुमार का कहना है कि दो लोगों को डिसकनेक्शन के लिए भेजा था, 5-6 की संख्या में कैसे पहुंचे, हमें नहीं पता है। वहीं एसडीओ चंद्रशेखर चौरसिया ने बताया कि जब इस तरह की टीम की सूचना मिली तो हमने जेई से बात की और दोनों कर्मचारिेयों को भगा दिया।
सावधानी ही बचा सकती है
दस दिन पहले पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के एमडी एपी मिश्रा ने सभी अफसरों को आदेश दिया था कि राजस्व वसूली करने जाने वाले कर्मचारी के पास बिजली विभाग का आईडी कार्ड होना जरूरी है। जिस भी पब्लिक के यहां चेकिंग या बकाया वसूली की टीम जा रही है, वह इनसे आईडी कार्ड मांग कर देख सकते हैं।
मार्च का महीना है, टारगेट पूरा करने के लिए चेकिंग की जा रही है। गोलघर के ग्वालिया कटरे में जेई ने कुछ लोगों को भेजा था, लेकिन प्राइवेट लोगों को जेई को नहीं भेजना चाहिए था। जेई ने गलत किया है।
एसपी पांडेय, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम