-जिला महिला चिकित्सालय में बेहतर सुविधा के लिए बनाया गया 18 बेड का एसएसएनसीयू
GORAKHPUR: जिंदगी और मौत से जूझ रहे न्यू बॉर्न चाइल्ड का इलाज अब जिला महिला अस्पताल में हो जाएगा। 18 बेड का एसआईसीयू (स्पेशलाइज्ड सर्जिकल सिक न्यू-नेट केयर यूनिट) खोल दिया गया है। इससे ऑक्जीजन लेवल कम, निमोनिया या फिर अन्य बीमारी से जूझ रहे न्यू बॉर्न चाइल्ड के इलाज में पैरेंट्स को फायदा मिलेगा।
एसआईसी का कहना है कि जिला महिला अस्पताल में दिन प्रतिदिन प्रसूताओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। गंभीर बीमारी से जूझ रही महिलाओं के लिए भी आठ बेड का आईसीयू जल्द शुरू हो जाएगा। इससे बीआरडी मेडिकल कॉलेज पर बोझ कम होगा।
जेब नहीं होगी ढीली
प्राइवेट नर्सिग होम में प्रसूताओं के डिलीवरी चार्ज के अलावा न्यू बॉर्न बेबी के गंभीर बीमार होने पर एसएसएनसीयू में रखा जाता है। जिसका 24 घंटे का चार्ज पांच हजार से आठ हजार तक वसूला जाता है। ऐसे में प्रसूता के परिजनों को ऑपरेशन समेत दवा आदि के 80-90 हजार रुपए तक खर्च हो जाते हैं। इन्हीं तमाम असुविधाओं को देखते हुए जिला महिला चिकित्सालय में न्यू बार्न चाइल्ड के लिए 12 बेड के बने एसएसएनसीयू को बढ़ाकर 18 बेड का कर दिया गया है।
जल्द मिलेंगे एनेसथिसिया स्पेशलिस्ट
महिला अस्पताल में आईसीयू संचालित करने के लिए बेहोशी के दो डॉक्टर तैनात किए जाएंगे। डीएम के विजयेंद्र पांडियन की पहल पर शासन ने दो डॉक्टर की तैनाती की स्वीकृति दे दी है। माड्यूलर ओटी का काम भी पूरा कर लिया गया है। एक्यूपमेंट्स मंगाए जा रहे हैं। ओटी बहुत जल्द शुरू हो जाएगी।
वर्जन
न्यू बॉर्न चाइल्ड के लिए 12 बेड के बने एसएसएनसीयू को 18 बेड का कर दिया गया है। यह फ्री है। इससे गंभीर रूप से बीमार प्रसूता के न्यू बॉर्न चाइल्ड का इलाज सुलभ हो सकेगा। इसके अलावा गंभीर रूप से बीमारी प्रसूता के लिए आठ बेड का आईसीयू बहुत जल्द बन जाएगा।
डॉ। माला सिन्हा, एसआईसी, जिला महिला चिकित्सालय