- परीक्षा नियंत्रक की शिकायत के बाद रजिस्ट्रार ने किया आरोपी कर्मचारी को निलंबित
- गंभीर प्रकरण होने के चलते राज्य महिला आयोग द्वारा गठित महिला उत्पीड़न मुक्ति प्रकोष्ठ में होगी जांच
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के प्रशासनिक भवन में छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले कर्मचारी को रजिस्ट्रार ने निलंबित कर दिया। आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों ने मामले में सख्ती बरतते हुए कार्रवाई की। साथ ही साथ इस मामले को महिला आयोग की ओर से गठित महिला उत्पीड़न मुक्ति प्रकोष्ठ भेज दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपी कर्मचारी के खिलाफ आपराधिक मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है।
चले थे झांसा देकर छेड़ने
डीडीयूजीयू प्रशासकीय भवन के परीक्षा सामान्य विभाग में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने शुक्रवार एक छात्रा को झांसा देकर उसके साथ छेड़छाड़ की। मामला जब परीक्षा नियंत्रक के पास पहुंचा तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से उसके खिलाफ कार्रवाई की। उसके खिलाफ निलंबित करने के लिए वीसी और रजिस्ट्रार को लेटर लिखा। वहीं रजिस्ट्रार ने लेटर प्राप्त होते ही कार्रवाई की बात कही थी।
आईनेक्स्ट में छपा था तो मचा हड़कंप
आई नेक्स्ट ने 27 मई के अंक में पेज नंबर 4 पर 'शिक्षा के केंद्र में छेड़छाड़' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित के बाद से यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन में हड़कंप मच गया था। खबर प्रकाशन के बाद से रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से आरोपी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को सोमवार को निलंबित कर दिया।
महिला आयोग की टीम करेगी जांच
रजिस्ट्रार ने बताया कि चूंकि मामला गंभीर था, इसलिए इस मामले की जांच के लिए महिला आयोग द्वारा गठित महिला उत्पीड़न मुक्ति प्रकोष्ठ में जांच के लिए भेज दिया गया है। उधर महिला उत्पीड़न मुक्ति प्रकोष्ठ की को-आर्डिनेटर ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। रजिस्ट्रार ने बताया कि इस मामले की जांच के बाद दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं केस में जो भी पैरवी या सहयोग करने आएगा। उसके विरुद्ध आईपीसी की धार 34 के तहत उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि जांच सिद्ध पाए जाने पर दोषी कर्मचारी के खिलाफ धारा 354 के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मामला गंभीर था। इसलिए कार्रवाई की गई है। आरोपी कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए महिला उत्पीड़न मुक्ति प्रकोष्ठ मामले को भेज दिया गया है।
अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू