बाइकॉथन सीजन 6 के लिए मैं अपने सभी स्टूडेंट्स के साथ तैयार हूं। इसके लिए मैं खुद बाइकॉथन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसे लेकर मैं भी बच्चों जितना उत्साहित हूं।
अंकुल जायसवाल, डायरेक्टर अलमा मेटर द स्कूल
आई नेक्स्ट अपने इस प्रयास में सफल है। साइकिलिंग से काफी प्रॉब्लम का निराकरण हो जाता है। कार से ज्यादा मैं साइकिल चलाने के लिए क्रेजी रहता हूं।
गिरधर दास अग्रवाल, ओनर लखनऊ चिकन आर्ट
बाइकॉथन का लेकर हर कोई क्रेजी हैं। साइकिलिंग न केवल हेल्थ के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है बल्कि पर्यावरण को भी बचाती हैं। साइकिलिंग के क्रेज अब गोरखपुर में है।
आराधना शाही, प्रिंसिपल आरपीएम एकेडमी
आई नेक्स्ट के बाइकॉथन प्रोग्राम में शामिल होने के लिए मैंने स्कूल के बच्चों के साथ स्टॉफ भी रजिस्ट्रेशन कराया है। जब हम ऐसे कदम नहीं उठाएंगे तो बच्चों को क्या सीख देंगे।
मीना अधमी, प्रिंसिपल, डिवाइन पब्लिक स्कूल
आई नेक्स्ट का बाइकॉथन प्रोग्राम ऐसा है जो बचपन की याद दिला देता है। बाइकॉथन में बच्चों के साथ साइकिलिंग कर अपनी यादे ताजा करूंगा और साइकिलिंग रेगुलर करूंगा।
कमल सोमानी, एसआरएस सिनेमा
रजिस्ट्रेशन कराने के साथ साइकिलिंग के लिए प्रैक्टिस भी शुरू कर दी। बच्चों के साथ साइकिलिंग करने के अपने शौक के साथ-साथ सोसाइटी के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी पूरी करेंगे।
कृष्ण कुमार मिश्रा, डायरेक्टर, मॉडन हैरीटेज स्कूल
बाइकॉथन में रजिस्ट्रेशन करा लिया है। साइकिलिंग की प्रैक्टिस भी शुरू कर दी। बस इंतजार है कि संडे मार्निग का जब हजारों लोगों के साथ अपनी साइकिल लेकर मैं भी पैंडल मारूगा।
महिपाल सिंह, प्रोपराइटर, पाल डाइक्लीनर
साइकिलिंग हेल्थ के साथ पर्यावरण के लिए भी जरूरी हैं। चीन में तो हर कोई साइकिल से चलता है। अगर यहीं सोच हमारे देश में बदल जाए तो कई बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
पंडित नरेन्द्र उपाध्याय
बाइकॉथन को लेकर हमारे स्कूल के बच्चों में बहुत क्रेज है। जो बच्चे अपनी बाइक या अन्य व्हीकल से स्कूल आते-जाते थे, आज कल साइकिल से स्कूल आ रहे हैं।
राधा चड्ढा, प्रिंसिपल सेंट्रल एकेडमी स्कूल
मुझे पर 7 दिसंबर का इंतजार है। इस दिन मैं बच्चों के साथ पैडल से पैडल से मिलाऊंगा। इसकी तैयारी मैंने पूरी कर ली और बाइकॉथन का रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया।
सलिल श्रीवास्तव, जे.पी एजुकेशन एकेडमी
यूथ में भले ही बाइक को लेकर कितना भी क्रेज बढ़ जाए लेकिन साइकिल का क्रेज कभी खत्म नहीं हो सकता। दुनिया में किसी बच्चे को पहली खुशी उसकी साइकिल से ही मिलती हैं।
संजय मिश्रा, उर्मिल यूनिक सेंट्रल एकेडमी