- मारवाड़ बिजनेस स्कूल में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का बुधवार को हुआ समापन

GORAKHPUR: वनस्पति काफी महत्वपूर्ण होती है। इनका इस्तेमाल दवाओं में भी किया जाता है। अगर इन्हें नष्ट कर दिया गया, तो मानव जीवन पर संकट खड़ा हो सकता है। यह बातें बतौर वनस्पति विज्ञान एनवीआरआई के डॉ। एसके तिवारी ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहीं। वह मारवाड़ बिजनेस स्कूल में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने संगोष्ठी की संयोजक डॉ। वंदना चौहान को बधाई दी। संगोष्ठी को सफल बनाने में कॉलेज के मुखिया प्रो। बीएल सराफ व कॉलेज प्रिंसिपल डॉ। संतोष त्रिपाठी ने धन्यवाद दिया।

वनस्पतियों को न करें नष्ट

विशिष्ट अतिथि वनस्पति विज्ञान डीडीयूजीयू प्रो। वीएन पांडेय ने कॉलेज की तरफ से किए गए कार्य का सराहना करते हुए कहा कि इस कॉलेज के स्टूडेंट्स द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न विषयों पर पोस्टरों की तारीफ की। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो। पीपी उपाध्याय वनस्पति विज्ञान विभाग, डीडीयूजीयू ने कहा कि प्रकृति में पाए जाने वाले वनस्पतियों को नष्ट न करें, क्योंकि हर एक वनस्पति महत्वपूर्ण है। वहीं अतिथियों का स्वागत प्रिंसिपल व संयोजक डॉ। संतोष कुमार त्रिपाठी ने किया। सेमिनार की रिपोर्ट सेमिनार की सेक्रेटरी डॉ। वंदना चौहान ने पेश की। धन्यवाद ज्ञापन निधि पाठक ने किया।

पोस्टर में प्रियंका रहीं फ‌र्स्ट

सेमिनार के दूसरे व्याख्यान में प्रो। वीएन पांडेय, डॉ। एसके तिवारी, डॉ। यशवंत सिंह का विशेष व्याख्यान रहा। दो दिन चले इस सेमिनार में 3 तकनीकी सत्र हुए। 20 प्रतिभागियों के ग्रुप ने पोस्टर लगाए। 100 डेलीगेट्स का पंजीकरण हुआ। दोपहर में 12 पेपर सहित प्रस्तुत किए गए। सेमिनार में कुल 32 उपशोध पत्र प्रस्तुत किए। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता में प्रियंका पासवान फ‌र्स्ट, कृतिका पांडेय सेकेंड और शम्भू शंकर थर्ड रही। ओरल प्रजेंटेशन में कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ। संजीत कुमार फ‌र्स्ट, डॉ। संगीता सेकेंड और डॉ। अखिलेश को थर्ड प्राइज दिया गया। इस मौके पर डॉ। पूनम ओझा, डॉ। प्रमोद कुमार त्रिपाठी, डॉ। सुनील कुमार पांडेय, स्नेहलता जायसवाल, प्रियांशु वर्मा, डॉ। एसएसडी मिश्रा, डॉ। प्रीति गुप्ता व संगीता मौर्या समेत तमाम टीचर्स और स्टूडेंट्स मौजूद रहे।