गोरखपुर (ब्यूरो)। एक्सपर्ट का कहना था कि ठंड की दस्तक के बाद रफ्तार धीमी पड़ जाएगी, लेकिन मौसम में तल्खी होने के कारण बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और 100 शैया टीबी अस्पताल में डेंगू मरीज भर्ती हो रहे हैं। इनमें में कइयों की प्लेटलेट्स भी कम होना बताया जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि प्रतिदिन 400 यूनिट प्लेटलेट्स की खपत हो रही है।
प्लेटलेट्स की डिमांड
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक से डेली 25 से 30 यूनिट प्लेटलेट्स की सप्लाई हो रही है। जिला अस्पताल से 30 यूनिट और और 100 शैया टीबी अस्पताल में 10-12 यूनिट प्लेटलेट्स की मांग है। गुरु गोरक्षनाथ ब्लड बैंक से प्रतिदिन 80-90 यूनिट प्लेटलेट्स की सप्लाई होती थी। इस समय बढ़कर 120 हो गई है। ब्लड बैंक ब्लड की कमी पूरी करने के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं। जिन पेशेंट्स की प्लेटलेट्स 10 हजार प्रति माइक्रोलीटर ब्लड है। उन्हें चार से छह यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाना पड़ रहा है।
इन एरिया में डेंगू का प्रकोप
शाहपुर, राप्तीनगर, अलीनगर, इंदिरानगर, सिंघडिय़ा, दीवान बाजार, छोटेकाजीपुर, रानीबाग, पादरी बाजार, बेतियाहाता, जगन्नाथपुर, चरनलाल चौक, हजारी बाग, अंधियारीबाग, राजेंद्र नगर, अलहदादपुर, बहरामपुर, तिवारीपुर, मोहद्दीपुर, शेषपुर, गोरखनाथ, जाफरा बाजार, कूड़ाघाट, पुलिस लाइन, धर्मशाला बाजार, गोलघर, माया बाजार, भरपुरवा, इलाहीबाग, काली मंदिर, बिछिया, राजघाट, मेवातीपुर, शाहपुर, दुर्गाबाड़ी, हुमायूंपुर, मियां बाजार, तारामंडल, घंटाघर, साहबगंज, तुर्कमानपुर, रामजानकी नगर शामिल हंै।
कहां कितने डेंगू पेशेंट एडमिट
20 पेशेंट बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड में
18 पेशेंट जिला अस्पताल के डेेंगू वार्ड में
13 पेशेंट टीबी अस्पताल के डेंगू वार्ड में
15000 तक पहुंच गई प्लेटलेट्स
केस 1
मोहम्मद साहिद को दो यूनिट प्लेटलेट्स की जरूरत थी। उनकी प्लेटलेट 15000 तक पहुंच गई थीं। वह जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में पहुंचे। यहां उन्हें दो यूनिट प्लेटलेट्स दी गईं।
केस 2
रामचंद्र चौधरी को प्लेटलेट्स की बेहद जरूरत थी। उनकी प्लेटलेट 22000 बची थीं। उन्होंने जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से दो यूनिट प्लेटलेट्स लीं। दोबार जरूरत पडऩे पर भी उन्हें प्लेटलेट्स उपलब्ध कराई गईं।
डेंगू सबसे पहले लीवर पर ही अटैक करता है। पेशेंट कैपिलरी लीक सिंड्रोम के शिकार हो जाते हैं। इसमें ब्लड से पानी स्रावित होकर पेट या फेफड़ों में भरने लगता है। जिन पेशेंट्स के पेट या फेफड़ों में पानी मिला। उनमें से अनेक का मधुमेह अनियंत्रित था और प्लेटलेट्स 10 हजार के आसपास था। बुखार उतरने के बाद भी चार दिन आराम करें और पर्याप्त पानी पीएं। इससे डेंगू की गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है।
डॉ। राजेश कुमार, नोडल अधिकारी डेंगू वार्ड, जिला अस्पताल
जिले में मिले पांच डेंगू पेशेंट, संख्या पहुंची 193
सोमवार को जिले में पांच नए पेशेंट मिले। इसके साथ ही जिले में डेंगू पेशेंट्स की संख्या कुल 193 हो गई है। अब तक 140 नगर निगम क्षेत्र में और 53 ग्रामीण क्षेत्र में केसेज मिल चुके हैं। सोमवार को नगर निगम क्षेत्र के पिपरापुर निवासी 18 वर्षीय युवक, रकाबगंज की 53 वर्षीय महिला में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के बेलघाट के 32 वर्षीय युवक, चौरीचौरा सरदारनगर के 20 वर्षीय युवक और जंगल सालिकराम चरगांवा के 33 वर्षीय युवक शामिल हैं। सोमवार को 2678 स्थान पर सोर्स रिडक्शन हुआ। इसके साथ ही जिले में 4,45,451 स्थानों पर सोर्स रिडक्शन हो चुका है। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि अब तक 13,666 नमूनों की जांच हुई है, जिसमें रैपिड किट से 8292 नमूनों की जांच की गई। एलाइजा किट से 5374 नमूनों की जांच हुई।