- पूर्वी यूपी में पहली बार मंडल स्तरीय अस्पताल को मिला प्रमाण पत्र
- आठ व नौ जनवरी को वर्चुअल हुआ था इंस्पेक्शन
- अस्पताल के सभी 12 विभाग मानक पर उतरे खरे
GORAKHPUR: गोरखपुराइट्स के लिए गुड न्यूज है। जिला महिला अस्पताल अब चिकित्सा के उच्च मानदंडों पर खरा उतरा है। अस्पताल को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड एनक्वास का सर्टिफिकेट मिल गया है। इस सर्टिफिकेट को प्राप्त करने वाला यह पूर्वी यूपी का पहला मंडलीय अस्पताल हो गया है।
तीन दिन हुआ था वर्चु्अल इंस्पेक्शन
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला महिला अस्पताल का वर्चुअल माध्यम से सात, आठ और नौ जनवरी को असेस्मेंट किया गया था। इसके लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने तीन राज्यों की टीम बनाई थी। इस टीम में तमिलनाडु के डॉ। समीर सिंह, गुजरात की डॉ। नलिनी आनंद व आंध्र प्रदेश के डॉ। बीबी राव शामिल रहे। टीम ने तीन दिनों तक ऑनलाइन मोड में अस्पताल के हर हिस्से का निरीक्षण किया। टीम ने ऑनलाइन फॉर्मेसी, इमरजेंसी, जनरल एडमिन, ओपीडी, लेबर रूम की व्यवस्था देखी। निरीक्षण के अंतिम टीम ने डॉक्टरों के साथ वर्चुअल बैठक की थी। इस दौरान टीम ने कुछ फीडबैक डॉक्टरों को बताया। टीम ने बताया था कि किचेन मानक के अनुरूप नहीं मिले, साथ ही अधिक मरीजों को रेफर किया गया था। इस पर अस्पताल प्रशासन को निर्देश भी दिया गया कि इस काम में सुधार की जरूरत है।
शतरें के साथ मिला सर्टिफिकेट
मंडलीय क्वालिटी कंसलटेंट डॉ। जसवंत मल्ल ने बताया कि निरीक्षण से पहले सभी विभागों की ओर से काफी मेहनत किया गया था। इसकी वजह से असेसमेंट में काफी सहजता हुई। बुधवार को सेंट्रल गवर्नमेंट ने परिणाम जारी किया। इसमें महिला अस्पताल को 85 फीसदी अंकों के साथ प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। इस दौरान टीम ने कुछ शतर्ें भी लगाई हैं। टीम को कुछ कागजात नहीं मिले। उन कागजातों को जल्द पूरा कर टीम को मुहैया करा दिया जाएगा।
यह हम सभी के लिए बड़ा एचीवमेंट है। इसके लिए अस्पताल के डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व दूसरे कर्मचारियों ने मेहनत की थी। एनक्वास के हर मानक को पूरा करने पर ध्यान दिया गया था। एडी हेल्थ व सीएमओ कार्यालय से मदद भी मिली थी। जिसके बाद परिणाम मनचाहा रहा।
- डॉ। माला कुमारी सिन्हा, एसआईसी