गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं, दूसरी तरफ आईटीएम के स्टूडेंट आए दिन अपने नए-नए इनोवेशन से प्रदेश में अपनी छाप छोड़ते रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट नेशनल इंजीनियर डे पर ऐसे होनहारों के बारे में आपको बता रहा है कि उनके द्वारा तैयार जलराज और एंटी थेफ्ट डिवाइस किस तरह से आपके लिए कारगर हैं।

जलराज को तीसरी पोजिशन

बुद्ध इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गीडा के स्टूडेंट्स ने इनोवेशन चैलेंज श्रेणी के तहत विश्व रोबोटिक्स चैंपियनशिप, 2023 के 7वें संस्करण में तीसरा स्थान हासिल कर नाम रोशन किया है। बीआईटी के स्टूडेंट आकाश गुप्ता (मैकेनिकल, अंतिम वर्ष), रंजीत गुप्ता (कंप्यूटर साइंस) एंड इंजीनियरिंग फाइनल ईयर और अभिषेक गोंड (सिविल इंजीनियरिंग, फाइनल ईयर) ने अपना इनोवेटिव मॉडल जलराज (सौर ऊर्जा का उपयोग करके समुद्री पानी को पीने योग्य बदलने के लिए एक पोर्टेबल सिस्टम) प्रस्तुत किया, जिसे तीसरी पोजिशन मिली। जी 20 देश समेत 32 देशों की 3000 टीमों ने इसमे भाग लिया था।

पीने लायक बनाते हैं समंदर का पानी

स्टूडेंट्स ने बताया, अपने इनोवेशन को उन्होंने जलराज नाम दिया है। इसके जरिए सबसे पहले समंदर के पानी को गुरुत्वाकर्षण फिल्टर से शुद्ध कर बड़ी अशुद्धियों को निकाल लेते हैं। फिर हम उस पानी को बाष्पीकरणकर्ता/बॉयलर में भेजते हैं। जहां से पानी वाष्पित होकर वापस संक्षेपण से पानी में बदल जाता है। इसके बाद कनडेंसर से पानी को पराबैंगनी प्रकाश का उपयोग करके शुद्ध किया जाता है। फिर हम समुद्री पानी को पीने योग्य पानी में बदलने के लिए उपयोगी खनिज जोड़ते हैं। इस सिस्टम को पूरा करने में 2 महीने और 20,000 रुपए लगे।

एंटी थेफ्ट डिवाइस बचाएगी ज्वेलरी

आईटीएम गीडा के पांच स्टूडेंट्स ने ऐसा इनोवेशन किया है कि जिससे अगर कोई ज्वेलरी चुराने की कोशिश करेगा तो अलार्म बज जाएगा। अलार्म बजते ही लोगों को चोरी की जानकारी हो जाएगी। इनोवेशन करने वाले स्टूडेंट्स अदिति पांडेय, कशिश श्रीवास्तव, कशिश सिंह, आयुष तुलस्यान और अभिषेक वर्मा ने बताया कि डिवाइस ज्वेलरी बॉक्स के अंदर और बाहर आसानी से लगाया जा सकता है। इसे एंटी थेफ्ट ज्लेवरी डिवाइस नाम दिया गया है।

एक महीने में तैयार हुई डिवाइस

स्टूडेंट्स ने मिलकर 1 महीने में इस डिवाइस को तैयार किया है। स्टूडेंट्स ने बताया कि एंटी थेफ़्ट ज्वेलरी डिवाइस टच और वेट सेंसर से लैस है, इसलिए बिना दुकान मालिक के इजाजत के अगर कोई डिवाइस लगे ज्वेलरी बॉक्स को टच करेगा। तब ज्वेलरी बॉक्स में लगे सेंसर एक्टिवेट हो जाएंगे और तेज अलार्म बजने लगेगा। इससे प्रतिष्ठान मालिक को पता चल जाएगा कि उनके प्रतिष्ठान में रखी ज्वेलरी को किसी ने टच किया है। या फिर उस जगह से हटाया है। इस डिवाइस को लोग अपने ज्वेलरी बॉक्स में आसानी से लगा सकते हैं। इस डिवाइस के माध्यम से 10 से ज्यादा ज्वेलरी बॉक्स को एक साथ अटैच किया जा सकता है। इसे बनाने में सेंसर स्विच, 9 वोल्ट बैटरी, आर एफ सर्किट आदि उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। डिवाइस को बनाने में लगभग 15,000 रुपए का खर्च आया।

नेशनल इंजीनियर्स डे आज

नेशनल इंजीनियर्स डे हर साल 15 सितंबर को भारत रत्न महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर मनाया जाता है। विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देने और राष्ट्र के लिए इंजीनियरों के योगदान को याद करने के लिए हर साल यह दिन मनाया जाता है।