गोरखपुर (ब्यूरो)। लंबे समय से बिजली निगम में अभियान के तहत सुधार कार्य नहीं कराए गए हैं। जो उपकरण खराब होते हैं उन्हें बदला जाता है या पूरी तरह जर्जर पोल व तार ही बदले जाते हैं। ट्रांसफॉर्मर्स का भी यही हाल है। जो ट्रांसफॉर्मर जल जाते हैं उन्हें कार्यशाला भेज दिया जाता है, लेकिन मौके पर ही मरम्मत की कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। अभियंताओं का कहना है कि यदि ट्रांसफॉर्मर्स की मौके पर ही समय-समय पर मरम्मत हो और तेल पर्याप्त रखा जाए तो इस केजलने का खतरा काफी कम हो जाता है। बिजली निगम के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने सभी अभियंताओं से जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है।
यह होगा
-उपकेंद्र, ट्रांसफॉर्मर, हाइटेंशन व लो टेंशन लाइन, मीटर यूनिट को चिन्हित किया जाएगा।
-सभी की कार्ययोजना बनाई जाएगी। इसी के आधार पर प्रबंध निदेशक से लगायत अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारी निरीक्षण करेंगे।
-एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक अनुरक्षण कार्य करा लिए जाएंगे।
-एक नवंबर से सात नवंबर तक कार्यो का सत्यापन कराया जाएगा।
-फीडरवार बिजली ट्रिप करने की भी लिस्ट बनाई जाएगी। इसमें शटडाउन, ब्रेकडाउन का भी जिक्र किया जाएगा।